बिहार: बैटरी से स्कूटी बनाने वाले राजा राम ने अब कचरा से बिजली उत्पन्न किया

कहते हैं कुछ कर गुजरने की जब मन मे चाहत हो तो परिस्थितियां कैसी भी हो लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य ही होती है। इसे साबित कर दिखाया भागलपुर के लाल राजा राम ने। दरअसल जिले के कहलगांव अनुमंडल के सलेमपुर सैनी निवासी अभय राम के 17 वर्षीय बेटे राजाराम ने फिर से कमाल किया है।

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कहलगांव, बिहार: कहते हैं कुछ कर गुजरने की जब मन मे चाहत हो तो परिस्थितियां कैसी भी हो लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य ही होती है। इसे साबित कर दिखाया भागलपुर के लाल राजा राम ने। दरअसल जिले के कहलगांव अनुमंडल के सलेमपुर सैनी निवासी अभय राम के 17 वर्षीय बेटे राजाराम ने फिर से कमाल किया है। बैटरी से स्कूटी बनाने वाले राजा राम ने अब कचरा से बिजली उत्पन्न कर दिया। उसने लोहे का एक डाला बनाया है, जिसमें कुछ तकनीकी सामानों को जोड़कर बैटरी और बल्ब से कनेक्ट किया है। वह डाला में कचरा डालकर उसमें आग लगा देता है। जिससे बैटरी चार्ज होती है और बल्ब जल जाता है। उसने इस विधि को कैमरे पर दिखाया है। राजा राम के पिता मजदूरी करते हैं। उससे ही पैसे बचा कर उस पर खर्च करते हैं। कमजोर आर्थिक स्थिति और संसाधन की कमी से वह आगे नहीं बढ़ पा रहा है। छोटे से कमरे में ही वह हर रोज नए-नए प्रयोग कर रहा है।

राजाराम ने बताया कि उसने पहले माइंस बनाया था ,फिर बैटरी से स्कूटी बनाया और अब कचरा से बिजली उत्पन्न किया है। उसने कहा कचरे से पर्यावरण पर असर पड़ता है अगर उस कचड़े से बिजली बना दें तो वह उपयोगी होगा। संसाधन की कमी है, सरकार की तरफ से उसे मदद मिले तो इसमें बेहतर कर सकता है, इसे विकसित कर प्लांट का रूप दे सकता है। राजाराम आगे और भी कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है राजा राम के परिवार में फिलहाल मां पापा और दो भाई हैं, भाई भी मजदूरी करता है। छोटे से घर में राजा मां के साथ वह रहता है।

वहीं इसको देखते हुए भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान ( IIIT ) भागलपुर के मैकेट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ गौरव ने लड़के की मेहनत को सराहा है। उन्होने कहा कि तीन अन्य तरीके से बिजली उतपन्न किया जा सकता है सी बैक विधि से कचड़े से बिजली बनाया जाता है इसमे प्रदूषण का भी खतरा रहता है लेकिन वो प्रदूषण रोकने पर भी काम कर ले तो कारगर साबित होगा। उन्होने कहा कि IIIT भागलपुर में इन्क्यूबेशन सेंटर है यहाँ स्टार्टअप को हमलोग बढ़ावा देते है। लड़का चाहे तो अप्लाई कर सकता है।

बहरहाल राजा ने इससे पहले बैटरी स्कूटी बनाया था। आर्थिक स्थिति सही नहीं रहने के कारण उस पर आगे काम नहीं कर पा रहा है। निष्ठावान लगनशील राजा उम्मीद नहीं हारते हुए हर दिन कुछ बेहतर कर रहा है। बस जरूरी है तो एक बेहतर प्लेटफार्म और सरकार के नजर की, सरकार अगर ध्यान दें तो राजाराम देश के हित में बहुत कुछ बेहतर कर सकता है।

First Updated : Tuesday, 04 October 2022