नए नियम..इन कक्षाओं के विद्यार्थी दें ध्यान
कम से कम तीन घंटे तक संचालित होगा तथा विद्यार्थियों को परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 23 अंक लाना अनिवार्य रहेगा। यदि इससे कम अंक आते है तो परीक्षा के संबंधित विषय में अनुत्तीर्ण माना जाएगा। ये अंक पचास अंक में से लाना जरूरी है जबकि सौ अंकों के प्रश्न पत्रों में कम से कम 34 अंक लाने पर ही उत्तीर्ण माना जाएगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश की सरकार ने न केवल नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई कराने का सिलसिला जारी कर दिया है वहीं अब कुछ कॉलेज स्तरीय परीक्षाओं के नियम भी बदल दिए गए है। जिन कक्षाओं की परीक्षाओं के नियमों में बदलाव किया गया है उनमें बीकॉम व बीए प्रथम वर्ष की कक्षाएं शामिल है ।
प्रदेश के उच्च शिक्षा विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को अब अपने निर्धारित विषयों के अलावा एक इलेट्रिक विषय का चुनाव करना अनिवार्य किया गया है। इस विषय केा पचास-पचास अंकों में विभाजित किया जाएगा और विद्यार्थियों को वोकेशनल कोर्स के लिए भी बदलाव कर दिया गया। इसके तहत कोर्स का आंतरिक मूल्यांकन पचास अंक का होगा।
इसके अलावा परीक्षाएं कम से कम तीन घंटे तक संचालित होगा तथा विद्यार्थियों को परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 23 अंक लाना अनिवार्य रहेगा। यदि इससे कम अंक आते है तो परीक्षा के संबंधित विषय में अनुत्तीर्ण माना जाएगा। ये अंक पचास अंक में से लाना जरूरी है जबकि सौ अंकों के प्रश्न पत्रों में कम से कम 34 अंक लाने पर ही उत्तीर्ण माना जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि नई शिक्षा नीति से न केवल स्वरोजगार के अवसर विद्यार्थियों को प्राप्त होंगे वहीं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी यह नई नीति कारगर साबित होगी। परीक्षा के नियमों में बदलाव इसी नीति के तहत किया गया है।