पश्चिम बंगालः विधानसभा से निलंबित भाजपा के विधायकों का भत्ता रोका
पश्चिम बंगाल विधानसभा में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्ष दल भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के बीच बीते सोमवार को हुई मारपीट के बाद भाजपा के पांच विधायकों विधानसभा से निलंबित कर दिया था।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्ष दल भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के बीच बीते सोमवार को हुई मारपीट के बाद भाजपा के पांच विधायकों विधानसभा से निलंबित कर दिया था। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने सालभर के लिए निलंबित किए गए भाजपा विधायकों का भत्ता रोक दिया है।
गुरूवार को विधानसभा सचिवालय ने भाजपा के निलंबित विधायकों को इस संबंध में पत्र लिखकर जानकारी दी है। जिन निलंबित विधायकों को पत्र लिखा उनमें नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामा और मारपीट के बाद के बाद शुभेंदु अधिकारी, चीफ व्हिप मनोज टिग्गा, दीपक बर्मन, नरहरी महतो और शंकर घोष को निलंबित कर दिया था।
इस संबंध में पत्र मिलने पर शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर इस विरोध जताया है। शुभेंदु ने ट्वीट कर कहा, पश्चिम बंगाल में आपातकाल है। ममता बनर्जी सामने आने से डरती हैं। उन्होंने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को सत्ता बल का दुरुपयोग कर विधानसभा से दूर रखने की शुरुआत की है। इस मामले के संबंध में भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की घोषणा की है।