यमुनानगर: संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी हत्याकांड की पहली बरसी पर शहीद किसानों व पत्रकार को दी श्रद्धांजलि

अनाज मंडी जगाधरी में प्रदर्शन किया, और जिला अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की, कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता अजय मिश्र टेनी को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से बर्खास्त किया जाए।

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संबाददाता- राजीव मेहता (यमुनानगर, हरियाणा)

हरियाणा। 3 अक्टूबर 2022 संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर यमुनानगर जिला के किसानों ने लखीमपुर खीरी हत्याकांड की पहली बरसी 3 अक्टूबर 2022 को सुभाष गुर्जर जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन ( टिकैत), जरनैल सिंह सांगवान जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा व धर्मपाल सिंह चौहान प्रांतीय नेता किसान सभा हरियाणा की अध्यक्षता में शहीद किसानों व पत्रकार को श्रद्धांजलि दी।

तथा अनाज मंडी जगाधरी में प्रदर्शन किया, और जिला अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की, कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता अजय मिश्र टेनी को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से बर्खास्त किया जाए।

निर्दोष किसानों की जेल से रिहाई व उन पर लगाए गए झूठे केस वापस लिए जाएं। इस अवसर पर राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी व योगी सरकार उत्तर प्रदेश का पुतला दहन करके रोष प्रकट किया गया। उन्होने कहा कि पिछले साल आज ही के दिन तिकोनिया लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण आंदोलन कर वापस लौट रहे किसानों पर थार गाड़ी चढ़ाकर 4 किसानों व एक पत्रकार की हत्या की गई थी। 13 से अधिक किसान बुरी तरह घायल हुए।

देशभर में इस कुकृत्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। शहीद किसानों के अंतिम संस्कार के दौरान किसान नेताओं के साथ सरकार का कुछ मांगों पर समझौता हुआ था। लेकिन उन मांगों पर न तो केंद्र सरकार ने और ना ही राज्य सरकार ने कोई ध्यान दिया।

जिला अध्यक्ष जरनैल सिंह सांगवान ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 3 अक्टूबर की घटना के संबंध में जो शिकायत FIR संख्या 219/21 दर्ज कराई थी। अजय मिश्र टेनी ही वे दोषी हैं जिनके आपत्तिजनक बयान की वजह से किसानों ने 3 अक्टूबर को विरोध दर्ज किया था।

उन्होंने ही 25 सितंबर 2021 में एक सभा में खुले मंच से एक धर्म विशेष के किसानों को लखीमपुर खीरी से खदेड़ कर बाहर करने की धमकी दी थी, जो पूरी तरह असंवैधानिक जुर्म था। प्रांतीय किसान नेता धर्मपाल चौहान ने कहा कि एसआईटी की जांच के निष्कर्षों में भी 120बी यानी हत्या का सुनियोजित षड्यंत्र किए जाने की बात स्वीकार की है।

सबसे ज्यादा शर्मनाक उनका आज तक केंद्रीय मंत्री बने रहना है। अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करते हुए लखीमपुर हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता के दोष में जेल भेजें। जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि, इस घटना को जोड़कर हमारे 4 किसानों को सरकार ने धारा 302 आईपीसी के तहत आज भी जेल में डाला हुआ है और इन्हें जमानत ना मिल सके इसके लिए सरकारी वकील लगातार कोर्ट में पैरवी करते हैं।

जबकि सरकार ने इनको गिरफ्तार न करने का वायदा किया था। किसान नेताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार पर किए गए वायदों को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभी घटना में घायल हुए 13 साथियों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया और न ही 5 शहीदों के परिवार में किसी को सरकारी नौकरी दी गई जो कि निंदनीय है।

इसके विपरीत गवाहों पर जानलेवा हमले व पैरवी कर रहे किसान नेताओं पर फर्जी मुकदमें ठोकने और डराने की साजिश हो रही है। संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की वायदा खिलाफी की कड़े शब्दों में निंदा करता है और मांग करता है कि जो वायदा किया गया था उसको पूरा किया जाए।

इस अवसर पर प्यारेलाल तंंवर, अशोक कुमार, सुखदेव सिंह सलेमपुर, मानसिंह पंजेटा, नैबसिंह, संजू चमरौड़ी, सुखबीर दिलबाग ताहरपुर उपाध्यक्ष, नैबसिह सलेमपुर, जसबीर सरपंच सलेमपुर, अमरजीत व अन्य ने भी संबोधित किया।

First Updated : Monday, 03 October 2022