सभी विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है. जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया है. ओम बिरला ने कहा की उन्हें कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई से नियम 198 के तहत मंत्री परिषद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस मिला है. स्पीकर की अनुमति मिलते ही कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने NDA सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव रख दिया.
सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर लिखा, लोकसभा में, भारतीय गुट ने सरकार के खिलाफ 'अविश्वास प्रस्ताव' पेश किया है, और लोकसभा अध्यक्ष ने इसे विधिवत स्वीकार कर लिया है. संसदीय नियमों और परंपराओं में कहा गया है कि कोई भी विधायी कार्य तब तक नहीं हो सकता जब तक कि अविश्वास प्रस्ताव पर पूरी तरह से बहस और निर्णय नहीं हो जाता. इसके बावजूद, संसद की परंपरा और प्रक्रिया का उल्लंघन कर विधेयक पारित किये जा रहे हैं. यह अन्यायपूर्ण है और हमारे संसदीय लोकतंत्र की भावना के विरुद्ध है.