बॉर्डर में बढ़ रही मिठास: भारत-चीन सीमा से आए शुभ संकेत; जानें क्या हुआ?
India China Border: बुधवार को एक सेना सूत्र ने कहा कि दोनों पक्षों के सैनिकों ने दो टकराव बिंदुओं पर अलगाव पूरा कर लिया है और जल्द ही इन बिंदुओं पर गश्त शुरू की जाएगी. अलगाव के बाद सत्यापन प्रक्रिया चल रही थी और गश्त के नियम तय किए जा रहे थे. इस बीच खबर आई है कि दोनों सेनाओं के बीच में मिठाई का आदान प्रदान हुआ है.
India China Border: दिवाली के मौके पर भारत और चीन के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के विभिन्न बिंदुओं पर मिठाईयों का आदान-प्रदान किया. इस आत्मीय भावना का उद्देश्य दोनों देशों के बीच एक नये सहयोग की शुरुआत को दर्शाना है. ये परंपरागत आदान-प्रदान पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और डेपसांग मैदानी इलाकों में हाल ही में हुए प्रमुख अलगाव के बाद हुआ है, जो दोनों देशों के संबंधों में ठहराव की ओर इशारा करता है.
सेना के सूत्र ने पीटीआई को बताया कि दिवाली के अवसर पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के विभिन्न बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच मिठाईयों का आदान-प्रदान हुआ.
डेमचोक और डेपसांग में डिसएंगजमेंट
डेमचोक और डेपसांग के दो टकराव बिंदुओं पर सफलतापूर्वक अलगाव के बाद यह कदम दोनों देशों के बीच स्थिरता की ओर एक सकारात्मक पहल है. यह प्रक्रिया हाल ही में पूरी हुई थी और इसे दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार के संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जो 2020 से तनावग्रस्त हैं.
समझौता और आगामी प्रक्रिया
हाल के सप्ताहों में बातचीत के बाद 21 अक्टूबर को इस पर समझौता हुआ, जिसकी घोषणा दिल्ली में विदेश सचिव विक्रम मिस्री द्वारा की गई. इस समझौते का उद्देश्य 2020 के गतिरोध से उत्पन्न मुद्दों का समाधान करना है, जो पूर्वी लद्दाख में LAC पर गश्त और सैनिकों के अलगाव पर केंद्रित है.
भारत-चीन संबंधों में तनाव
भारत-चीन के रिश्ते अप्रैल 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी आक्रामकता के कारण बिगड़े थे. इन संबंधों में दरार उस समय बढ़ गई जब 15 जून, 2020 को गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए.
सकारात्मक संकेतों का संदेश
स्थानीय स्तर पर कमांडर स्तर की बातचीत जारी रहते हुए दिवाली पर मिठाईयों का आदान-प्रदान भविष्य में और अधिक सहयोगी और शांतिपूर्ण बातचीत का संदेश दे सकता है. यह परंपरा दोनों देशों के बीच सुलह और संवाद की संभावना को दर्शाती है.