पीएम नरेंद्र मोदी से क्यों मिलना चाहती हैं इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी
इटली के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी इस वक्त भारत के तीन दिन के खास दौरे पर हैं. यह दौरा महज एक औपचारिक विजिट नहीं, बल्कि भारत-इटली दोस्ती के एक नए, शानदार अध्याय की शुरुआत माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, टेक्नोलॉजी और संस्कृति के क्षेत्र में गहरे सहयोग की नई इबारत लिखी जा रही है. ताजानी का यह दौरा बताता है कि अब इटली भारत को सिर्फ एक पार्टनर नहीं, बल्कि बहुत करीबी दोस्त के तौर पर देख रहा है.
नई दिल्ली: इटली के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश व अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो ताजानी इन दिनों भारत दौरे पर हैं, जहां उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मीटिंग में दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, रक्षा, अनुसंधान, नवाचार, अंतरिक्ष, आतंकवाद-रोधी सहयोग और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जॉइंट स्ट्रैटेजिक एक्शन प्लान 2025-2029 को तेजी से आगे बढ़ाने पर चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत-इटली की दोस्ती लगातार मजबूत हो रही है, जिससे दोनों देशों के साथ वैश्विक समुदाय को भी लाभ मिल रहा है. मुलाकात पर ताजानी ने कहा कि उनसे मेरी मुलाकात काफी सकारात्मक रही. हमने उत्कृष्ट संबंधों, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे, यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए रूस पर दबाव और औद्योगिक सहयोग पर बातचीत की. ताजानी ने पीएम मोदी को इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की ओर से आमंत्रण भी दिया, जिसे मोदी ने स्वीकार किया. ताजानी के अनुसार, पीएम मोदी 2026 में इटली का दौरा कर सकते हैं और मेलोनी भी उसी वर्ष भारत आ सकती हैं.


