Analysis : छत्तीसगढ़ में विष्णदेव साय को सीएम बनाकर BJP ने राजस्थान और मध्य प्रदेश को क्या संदेश दिया

छत्तीसगढ़ में लगभग 33 फीसद आदिवासी आबादी है. हालांकि इसके पहले जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की तीन बार सरकार बनी तो उसने डॉ. रमन सिंह को ही मुख्यमंत्री बनाया. लेकिन इस बार बड़ा बदलाव करते हुए उसने आदिवासी वर्ग को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया.

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छत्तीसगढ़ बीजेपी ने विष्णदेव साय को मुख्यमंत्री बनाकर साफ संदेश दिया है कि बीजेपी में अंतिम पीएम मोदी और अमित शाह करते हैं. विष्णुदेव साय का नाम सीएम पद की रेस में चल जरूर रहा था, उनकी सीएम बनने की बहुत ज्यादा संभानवा नहीं दिख रही थी. विष्णुदेव साय को सीएम बनाकर छत्तीसगढ़ के बीजेपी ने जो रणनीति सामने रखी है, उससे मध्य प्रदेश और राजस्थान की गुत्थी भी सुलझने की पूरी-पूरी संभावना है. ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी ऐसे ही किसी नाम का सीएम पद के लिए ऐलान कर सभी को चौंका सकती है.

दोनों राज्यों में इसी तरह के कुछ समीकरण अपनाए जा सकते हैं, ताकि पार्टी के सामाजिक, राजनीतिक और अंदरूनी समीकरणों को साधने के साथ ही लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी तेजी से अमल किया जा सके. छत्तीसगढ़ में लगभग 33 फीसद आदिवासी आबादी है. हालांकि इसके पहले जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की तीन बार सरकार बनी तो उसने डॉ. रमन सिंह को ही मुख्यमंत्री बनाया. लेकिन इस बार बड़ा बदलाव करते हुए उसने आदिवासी वर्ग को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. 

 

बीजेपी 2024 की रणनीति पर कर रही है काम 

बीजेपी ने 2024 की रणनीति में आदिवासी समुदाय को शामिल किया है. वह लगातार देश के आदिवासी समुदाय को संदेश दे रही है कि बीजेपी आदिवासियों के हित का काम करती है. चाहे द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनना हो या भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय दिवस मनाने की घोषणा करना हो. अब बीजेपी ने आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर अपनी इस रणनीति को और पुख्ता कर दिया है. छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी झारखंड, त्रिपुरा, ओडिशा समेत देश के आदिवासी वोटरों को लुभाने का काम करेगी.  

छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री देने के बाद भाजपा मध्यप्रदेश और राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करने पर जुट गई है. संभावना है कि मध्य प्रदेश में पार्टी ओबीसी समुदाय और राजस्थान में ओबीसी या दलित समुदाय के अलावा अगड़ी जाति पर भी दांव लगा सकती है. 

 

राजस्थान में वसुंधरा राजे के चलते फंसा पेंच

राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चलते पेंच फंसा हुआ है. वसुंधरा लगातार शक्ति प्रदर्शन कर केंद्रीय नेतृत्व को यह संदेश देने की कोशिश कर रही हैं कि उनके पास विधायकों को समर्थन है और उनको ही राज्य में मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. वसुंधरा राजे से उनके घर पर 25-30 विधायकों ने मुलाकात की है. इसके बाद से राज्य में सीएम कैंडिडेट को लेकर पेंच फंसा हुआ नजर आ रहा है. राजस्थान में सीएम पद की रेस में वसुंधरा राजे, राजस्थान बीजेपी चीफ सीपी जोशी, ओम माथुर, अर्जुन राम मेघवाल , गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव का नाम चल रहा है.  बाबा बालकनाथ और दीया कुमारी का नाम रेस में पीछे छूट गया है. 

मध्य प्रदेश में आज चुना जाएगा विधायक दल का नेता 

छत्तीसगढ़ के बाद आज मध्यप्रदेश में विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इसके बाद यानी कि सबसे बाद में मंगलवार को राजस्थान में  विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इसके पहले सोमवार को मध्यप्रदेश में नए नेता के चुनाव के साथ मुख्यमंत्री का फैसला किया जाएगा. मध्यप्रदेश के जरिए राजस्थान की राजनीति को भी संतुलित करने की कोशिश की जाएगी. ऐसे में जिन प्रमुख नामों की चर्चा है, उनमें मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राकेश सिंह, कैलाश विजयवर्गीय जैसे नाम शामिल हैं. 

First Updated : Monday, 11 December 2023