Holi Poetry: रंगों के त्योहार पर इन बेहतरीन शेरों के ज़रिए दें एक दूसरे को मुबारकबाद

Holi Poetry: होली के मौके पर एक दूसरे को बधाई देने के लिए हम आपको कुछ बेहतरीन शेर पेश कर रहे हैं. पढ़िए

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Poetry on Holi in Hindi: रंगों का त्योहार यानी होली आज सारे देश में मनाया जा रहा है. लोग एक दूसरे को रंग लगाकर खुशियों का आदान प्रदान कर रहे हैं. साथ ही एक दूसरे को मुबारकबाद पेश कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग अलग-अलग अंदाज में एक दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं. इस मौके पर हम भी आपके लिए उर्दू शायरी के बेहतरीन खज़ाने से चंद शेर लेकर आए हैं. जो आपको एक दूसरे को मुबारकबाद देने के काम आएंगे. 

पढ़िए शेर
गुलाबी गाल पर कुछ रंग मुझ को भी जमाने दो 
मनाने दो मुझे भी जान-ए-मन त्यौहार होली में 

तेरे गालों पे जब गुलाल लगा 
ये जहाँ मुझ को लाल लाल लगा 

सजनी की आँखों में छुप कर जब झाँका 
बिन होली खेले ही साजन भीग गया 

मुँह पर नक़ाब-ए-ज़र्द हर इक ज़ुल्फ़ पर गुलाल 
होली की शाम ही तो सहर है बसंत की 

पूरा करेंगे होली में क्या वादा-ए-विसाल 
जिन को अभी बसंत की ऐ दिल ख़बर नहीं 

बादल आए हैं घिर गुलाल के लाल 
कुछ किसी का नहीं किसी को ख़याल 

बहार आई कि दिन होली के आए 
गुलों में रंग खेला जा रहा है 

वो रंग रंग के छींटे पड़े कि उस के ब'अद 
कभी न फिर नए कपड़े पहन के निकला मैं 

साँस लेता हुआ हर रंग नज़र आएगा 
तुम किसी रोज़ मिरे रंग में आओ तो सही 

तू भी देखेगा ज़रा रंग उतर लें तेरे 
हम ही रखते हैं तुझे याद कि सब रखते हैं 

First Updated : Monday, 25 March 2024