जानिए किस रुद्राक्ष का क्या है फायदा, रुद्राक्ष से जुडी कुछ रोचक बातें

ऐसा कहा जाता है जो लोग रुद्राक्ष को धारण करते हैं , उन पर भगवन शिव की असीम कृपा बनी होती है। यह भगवन शिव का अंश माना जाता है। इसलिए रुद्राक्ष को धारण करना भगवान शिव को प्राप्त करने के समान है। यह धार्मिक ही नहीं बल्कि स्वास्थ के लिए भी अतियंत लाभकारी है

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ऐसा कहा जाता है जो लोग रुद्राक्ष को धारण करते हैं , उन पर भगवन शिव की असीम कृपा बनी होती है। यह भगवन शिव का अंश माना जाता है। इसलिए रुद्राक्ष को धारण करना भगवान शिव को प्राप्त करने के समान है। यह धार्मिक ही नहीं बल्कि स्वास्थ के लिए भी अतियंत लाभकारी है। रुद्राक्ष का धारण करते समय हमे कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। तो आइये जानते हैं किस मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से क्या लाभ मिलता है और इसको कैसे धारण करना चाहिए।

एक मुखी रुद्राक्ष

इस रुद्राक्ष को भगवान शिव का रूप माना जाता है। ऐसा कहा जाता है जिस जगह पर भी इस रुद्राक्ष की पूजा की जाती है, वहां माता लक्ष्मी वास हमेशा बना रहता है, और धन की कभी कमी नहीं होती और न ही वह कभी गरीब होता है। यह रुद्राक्ष काफी महंगा आता है , इसकी असली पहचान इसका विचित्र आकर है।

दो मुखी रुद्राक्ष

इस रुद्राक्ष को देवेश्वर रुद्राक्ष के नाम से जाना जाता है। बता दें , शिव पुराण के अनुसार यह माना गया है, जो भी इस रुद्राक्ष को धारण करता है उसकी हर इच्छा पूरी होती है। साथ ही इस रुद्राक्ष को सही तरीके से धारण करने का मंत्र है ॐ नमः .....

तीन मुखी रुद्राक्ष

यदि आपको किसी भी क्षेत्र में सफलता नहीं मिल रही है। इस रुद्राक्ष को धारण करें। शिव पुराण के अनुसार ऐसा माना जाता है, इस रुद्राक्ष को धारण करने से किसी भी क्षेत्र से निराशा हाथ नहीं लगती। यह विद्या प्राप्ति के लिए भी बहुत चमत्कारी है। इस रुद्राक्ष को धारण करने का सही मूल मंत्र है ॐ क्लीं नम:

चार मुखी रुद्राक्ष

शिव पुराण के अनुसार चार मुखी रुद्राक्ष भ्रमा का स्वरूप होता है। इसके धारण करने से धन , मोक्ष , काम , शांति आदि की प्राप्ति होती है। इसको धारण करने से मंत्र "ॐ ह्रीं नम: " है।

पांच मुखी रुद्राक्ष

यह रुद्राक्ष कलागिन रूद्र स्वरूप होता है। यह सब असंभव चीज़ करने में सक्षम होता है , इसे धारण करने से मानसिक विकास होता है। जो स्वस्थ के लिए अतियंत लाभकारी है। इसको धारण करने का मूल मंत्र " ॐ ह्रीं नम:" है।

First Updated : Friday, 27 January 2023