किचन में इस जगह पर रखें पीने का पानी, हमेशा बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा

वास्तु में जल का संबंध उत्तर दिशा से बताया गया है। ऐसे में जब पानी का मटका रखना हो तो किचन में दिशा का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है।

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रसोईघर  यानी किचन किसी भी घर की सबसे महत्वपूर्ण जगह होती है। हिंदू धर्म के अनुसार जहां खाना पकता है, उसे पूजनीय जगह माना जाता है। मान्यता है कि मां अन्नपूर्णा रसोई में ही निवास करती है और अगर रसोई घर में पानी पीने का बर्तन या मटका सही जगह पर रखा है तो मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं। पानी को मां लक्ष्मी का प्रतीक कहा गया है, इसलिए रसोई घर में अगर शुभ दिशा में पानी से भरा मटका या बर्तन रखा गया है तो इससे घर में धन और सुख संपत्ति का आगमन होता है। 
 
चलिए जानते हैं कि मां लक्ष्मी कृपा पाने के लिए रसोई घर में पानी का मटका और बर्तन  या फिर वाटर फिल्टर  किस दिशा में रखना चाहिए।
 
वास्त्रुशास्त्र कहता है हर दिशा का पंच तत्वों जैसे वायु, अग्नि, जल, धरती और आकाश से संबंध होता है। अगर जल की बात करें तो जल का संबंध उत्तर दिशा से माना गाया है।  ऐसे में रसोई घर में पानी का बर्तन ईशान कोण में रखना बेहतर होता है। यानी मटके को उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं क्योंकि उत्तर दिशा धन और मां लक्ष्मी की दिशा कही गई है। 
 
रसोई घर में कभी भी दक्षिण दिशा में पानी का मटका नहीं रखना चाहिए। इससे घर में कलह होता है और धन का अभाव होता है। अगर दक्षिण में पानी का बर्तन या स्रोत है तो घर में निगेटिव एनर्जी का वास होता है और कंगाली आने की संभावना बनती है।
 
रसोईघर में कभी भी खाली मटका नहीं रखना चाहिए। इससे घर में दरिद्रता आती है। 
 
रसोई घर में शुक्रवार के दिन पानी के मटके के आगे दीपक जलाने से मा लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। 
 
घर में पानी की टंकी, पानी का टैंक, वाटर कूलर आदि भी उत्तर दिशा में रखने पर घर में संपन्नता आती है। 
 
वास्तुशास्त्र कहता है कि अगर घर में कोई सदस्य काफी लंबे समय से बीमार हो तो उसे मिट्टी के मटके का पानी निकाल कर पौधों को सींचना चाहिए। इससे उसकी बीमारी जल्द ठीक होने की बात कही जाती है। मिट्टी के मटके में पानी पीने से घर परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम बना रहता है।
First Updated : Saturday, 04 February 2023
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