अगर सिसोदिया बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो सभी मामले वापस ले लिए जाएंगे: आप नेता राघव चड्ढा

मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद से आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा, BJP) आमने-सामने आ गई हैं।

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मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद से आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) आमने-सामने आ गई हैं। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने एक महत्वपूर्ण प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का लक्ष्य भारत को विपक्ष विहीन देश बनाना है। वे चाहते हैं कि भारत में एक पार्टी और एक नेता हो और वे हर राजनेता को जेल में डालना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि भारत निरंकुशता में बदल जाए।

आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि अगर मनीष सिसोदिया और दूसरे नेता अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर लें तो उनके खिलाफ चल रहे सारे मुकदमे बंद हो जाएंगे।

आप सांसद राघव चड्ढा ने शनिवार को देश में विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा अगर मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, फारूक अब्दुल्ला, संजय राउत, तेजस्वी यादव, के कविता और डीके शिवकुमार सहित अन्य अपनी-अपनी पार्टियों को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाते हैं, तो उनके खिलाफ ईडी,और  सीबीआई के सभी मामले वापस ले लिए जाएंगे।

राघव चड्ढा ने कहा कि कर्नाटक लोकायुक्त ने हाल ही में बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा और उनके करीबियों के ठिकाने से 8 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किए थे। विधायक के बेटे को 40 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया था। घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किए जाने के बाद विधायक के बेटे को जेल भेज दिया गया था। उसके बाद विधायक पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी। लेकिन मदल विरुपक्षप्पा को कर्नाटक हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी। विधायक को मिली अंतरिम जमानत पर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं।

विपक्षी दलों का कहना है कि 8.12 करोड़ कैश बरामद होने के बाद भी बीजेपी विधायक को बिना जेल गए जमानत मिल गई। जबकि सिसोदिया जैसे नेता जिनके घर से कुछ नहीं मिला, उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा है कि अपने आवास पर 8 करोड़ नकद के साथ पकड़ा गया एक बीजेपी विधायक जिसके पुख्ता सबूत भी मौजूद हैं बावजूद इसके उसे 48 घंटे से भी कम समय में जमानत मिल जाती है। जबकि सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के आवासों पर छापे से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है, उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है और फिर भी, वे जेल में हैं। सोचिए इसके पीछे क्या हो सकता है।

आप सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट किया है कि वैसे मेरा एक सुझाव था। अगर विपक्ष के सारे नेताओं का एनकाउंटर करवा दिया जाए तो कम से कम पीएम मोदी सुकून से 8 घंटे सो पाएंगे। न विपक्ष रहेगा न लोकतंत्र, बचेगी तो सिर्फ तानाशाही। दरअसल सीबीआई ने दिल्ली की आबकारी नीति में कथित गड़बड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने इसी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जांच कर रही है। इसको लेकर सिसोदिया से ईडी ने तिहाड़ जेल में पूछताछ कर उन्हें ईडी गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने आप नेता सिसोदिया को 17 मार्च तक ईडी रिमांड पर भेज दिया है।

बता दें कि हाल ही में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल की आप, शरद पवार की पार्टी एनसीपी और ममता बनर्जी सहित आठ राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त पत्र लिखा था। इसमें कहा था कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।

First Updated : Saturday, 11 March 2023