उपराज्यपाल ने सीवर में दम घुटने से हुई मौत मामले में किया जांच समिति का गठन
दिल्ली के उप राज्यपाल ने सीवर में दम घुटने से हुई दो युवकों की मौत के मामले में जांच समिति का गठन कर दिया है। घटना बीते नौ सितंबर की है, जिसमें बक्करवाला के हाईवे अपार्टमेंट में एक सीवर के मैनहोल में सफाई के लिए घुसे दो व्यक्तियों की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी।
नई दिल्ली। दिल्ली के उप राज्यपाल ने सीवर में दम घुटने से हुई दो युवकों की मौत के मामले में जांच समिति का गठन कर दिया है। घटना बीते नौ सितंबर की है, जिसमें बक्करवाला के हाईवे अपार्टमेंट में एक सीवर के मैनहोल में सफाई के लिए घुसे दो व्यक्तियों की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार रोहित बिना किसी सूचना के डीडीए के सीवर मैनहोल में घुस गए, और इस दौरान उनकी सीवर में दम घुटने से मौत हो गई थी।
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने बताया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निदेशों के अनुसार डीडीए में हुई 2 मौतों की जांच करने के लिए एक समिति का गठन कर दिया गया है। डीडीए द्वारा बनाई गई समिति से दुर्घटना के कारण, अधिकारियों कॉंट्रेक्टरों अथवा अन्य किसी व्यक्ति के भाग पर अगर कोई चूक हो तो रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए आदेश दिया है। डीडीए के मुताबिक इस तरह की दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए अपनाये जाने वाले सुधारात्मक उपायों के लिए भी कहा गया है।
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने भी मामले में अपनी जांच के लिए एफआईआर दर्ज कर लिया है। डीडीए सीवर लाइनों की मैनुअल सफाई नहीं करवाता है और जरूरत पड़ने पर ऐसे कार्य केवल यांत्रिक साधनों से किए जाते हैं। रिपोर्टों के अनुसार, अशोक गुलिया को बचाने के लिए डीडीए के सुरक्षा गार्ड उनकी मदद के लिए दौड़े, लेकिन वे रोहित को बचाने में सफल नहीं हुए और वे स्वयं सीवर मैनहोल में गिर गए और अपने जीवन का बलिदान कर दिया।
बता दें कि आउटर दिल्ली के मुंडका स्थित एक अपार्टमेंट में सीवर की सफाई करने के लिये उतरे दो युवकों की दम घुटने से मौत हो गई। हादसे के वक्त कर्मचारियों ने सुरक्षा के कोई उपकरण नहीं लिए हुए थे। बताते चलें कि इससे पहले भी दिल्ली में इस तरह के हादसे हो चुके हैं जिसमें लोगों की दम घुटने से मौत हुई है।