महिलाओं के असुरक्षित के मामले में दिल्ली बना नंबर वन

हर दिन दो नाबालिगों का होता है रे राजधानी दिल्ली में नाबालिग बच्चियों से बलात्कार। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (NCRB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में हर दिन दो नाबालिक बच्चियों के साथ रेप की घटनाएं होती हैं।

Janbhawana Times
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हर दिन दो नाबालिगों का होता है रे राजधानी दिल्ली में नाबालिग बच्चियों से बलात्कार। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (NCRB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में हर दिन दो नाबालिक बच्चियों के साथ रेप की घटनाएं होती हैं। देश के सभी शहरों में दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित शहर है। वही जग हमारी बात एनजीओ की अध्यक्ष मीरा सभरवाल से हुई तो उन्होंने कहा की यह बहुत ही शर्मसार बात है हमें अपने घर में लड़कों को भाइयों को समझाना चाहिए कि हमेशा महिलाओं का सत्कार करें हमें यह वरना घर घर पे लानी होगी सरकार जहां अपना काम करती है वहां हमें भी अपना कर्तव्य निभाना होगा तभी राजधानी दिल्ली और देश की महिलाएं सुरक्षित रहेंगी आखिर महिलाएं कब तक ऐसे डर डर के जियेगी NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हर दिन दो नाबालिग लड़कियों के साथ रेप की वारदात हुई है।

NCRB के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पिछले साल महिलाओं के खिलाफ 13,892 आपराधिक घटनाएं हुई हैं, जो साल 2020 की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक हैं। देश के सभी 19 बड़े शहरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाली सभी आपराधिक घटनाओं में 32 प्रतिशत घटनाएं सिर्फ दिल्ली में हुई हैं. दिल्ली के बाद मुम्बई में 5543 और बेंगलुरु में 3127 अपराध महिलाओं के खिलाफ हुए हैं।

दिल्ली में महिलाओं की किडनैपिंग से जुड़ी 3948, पति की क्रूरता की 4674 और नाबालिग बच्चियों से रेप की 833 घटनाएं हुई हैं। ये घटनाएं 20 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में सबसे ज्यादा हैं। दिल्ली में पिछले साल दहेज के लिए हत्या के 136 मामले सामने आए। ये सभी बड़े शहरों में होने वाली ऐसी घटनाओं का 36 प्रतिशत है। पिछले साल महिलाओं पर रेप के मकसद से हमला 2022 बार किया गया।

देश भर में दिल्ली में किडनैपिंग के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले साल 4011 मामले किडनैपिंग के दर्ज किए गए थे. जबकि साल 2020 में किडनैपिंग के 5475 मामले सामने आए थे। NCRB के नए आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में हत्या के मामले में मामूली कमी आयी है, जहां साल 2019 में 500 मामले, 2020 में 461 मामले सामने आए थे वहीं पिछले साल 454 मामले दर्ज हुए।

NCRB के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में हुए हत्या के ज्यादातर मामले विभिन्न विवादों जिनमें संपत्ति, पारिवारिक विवाद की वजह से हुए थे। जबकि 23 मामलों में प्रेम-प्रसंग और 12 मामलों में अवैध संबंध हत्या की वजह बनी। इसके अलावा 87 हत्याएं दुश्मनी और 10 व्यक्तिगत फायदे के लिए की गयी। बाइट एनजीओ अध्यक्ष मीरा सभरवाल।

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31 August 2022, 04:11 PM IST

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