tonsil Problem: टॉन्सिल्स क्यों निकलते हैं, जानिए इसके कारण, लक्षण और घरेलू उपाय जो देंगे आराम

गले के अंदर के नर्म ऊतको को टॉन्सिल्स कहते हैं, जब ये टॉन्सिल्स संक्रमण के चलते सूज जाते हैं तो टॉन्सिलाइटिस नामक समस्या खड़ी हो जाती है। जानिए इस परेशानी को दूर करने के घरेलू उपाय।

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टॉन्सिल्स की बीमारी गले से जुड़ी बेहद ही आम बीमारी है जो अधिकतर मौसम बदलने पर होती है। इस बीमारी में गले के अंदर टॉन्सिल्स नामक ऊतक संक्रमण के चलते सूज जाते हैं जिसमे बेहतर दर्द होता है। ठंडे मौसम में वायरल इन्फेक्शन के बाद अक्सर ये बीमारी हो जाती है। कई बार खांसी जुकाम ज्यादा होने पर भी टॉन्सिल्स सूज जाते हैं। इस बीमारी को आम भाषा में टॉन्सिल्स होना कहते हैं लेकिन इसका सही नाम है - 'टॉन्सिलाइटिस'। आपको बता दें गले के अंदर पीछे की तरफ टॉन्सिल्स का जोड़ा होता है जो लसिका प्रणाली का हिस्सा होता है। ये टॉन्सिल्स बाहरी संक्रमण से शरीर की रक्षा करते हैं औऱ जब खुद ये संक्रमण का शिकार होते हैं तो इन ऊतकों में सूजन आ जाती और दर्द और खराश होती है। ऐसे में व्यक्ति का जबड़े के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है और कुछ खीने पीने या निगलने में भी गला दर्द करता है। टॉन्सिल्स आम बीमारी है और समय के साथ ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ घरेलू उपचार के जरिए इसे जल्द ठीक किया जा सकता है। चलिए जानते हैं कि टॉन्सिल्स के लक्षण क्या है और इससे निपटने के लिए क्या घरेलू उपचार मददगार साबित हो सकते हैं। 
 
टॉन्सिल्स के कारण - 
 
वायरल इन्फेक्शन के बाद आमतौर पर  टॉन्सिल्स हो जाते हैं। कई बार इन्फ्लुएंजा और फ्लू वायरस के हमले के कारण भी टॉन्सिल्स हो जाता है। लगातार खांसी और जुकाम बने रहने पर टॉन्सिल्स हो जाते हैं। बहुत ज्यादा ठंडा पदार्थ खाने या ठंडे पेय पीने के चलते टॉन्सिल्स होते हैं। अगर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाए तो भी टॉन्सिल्स हो जाते हैं।
 
टॉन्सिल्स के लक्षण -
 
लगातार खांसी और जुकाम के बाद अगर जबड़े के निचले हिस्समें लाली और सूजन आ जाती है।
कान के निचले भाग में दर्द होने लगता है।  
इन टॉन्सिल पर सफेद या पीले रंग की परत दिखने लगती है। 
गले में काफी खराश होती है और जलन भी होती है। 
कुछ भी खाने पीने और निगलने में परेशानी होना टॉन्सिल्स का प्रमुख लक्षण है।
कई बार दर्द के चलते बुखार भी आ जाता है।
आवाज बहुत खरखरी और धीमी हो जाती है।
सांसों से बदबू आने लगती है। 
पेट में दर्द होने लगता है
गर्दन में ज्यादा दर्द और अकड़न होने लगती है। 
लगातार सिरदर्द होता रहता है। 
छोटे और बोलने में असमर्थ बच्चों की लार बहुत गिरने लगती है।
 
 
टॉन्सिल्स के लिए घरेलू उपचार - 
 
हालांकि टॉन्सिल्स के लिए एलोपेथी, होम्योपेथी और नेचुरोपेथी के साथ साथ आयुर्वेद में भी दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन ये काफी सामान्य बीमारी है और घरेलू उपचार से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। 
 
नमक के पानी के गरारे करने पर टॉन्सिल्स जल्दी ठीक हो जाते हैं। दरअसल नमक टॉन्सिल्स के संक्रमण को खत्म करता है। इसलिए दिन में दो से तीन बार गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से आराम मिलता है।
फिटकरी को गर्म पानी में डालकर गरारे करने से भी टॉन्सिल्स में काफी आराम मिलता है।
हल्के गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर गरारे और कुल्ला करने से टॉन्सिल्स में आराम मिलता और ये बीमारी जल्दी ठीक होती है।
एक गिलास पानी में तुलसी की पत्तियां डालकर उबाल लें। अब इस पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर सिप सिप करके पिएं, इससे जल्दी आराम मिलेगा।
टॉन्सिल्स की समस्या होने पर चुकंदर का रस पीने से काफी आराम मिलता है और टॉन्सिल्स ठीक होने लगते हैं। 
लहसुन की कलियों को पानी में उबाल कर इसके गरारे करने से भी टॉन्सिल्स ठीक हो जाते हैं। 
रात के वक्त एक गिलास गर्म दूध में जरा सी हल्दी मिलाकर पीने से भी टॉन्सिल्स जल्दी ठीक हो जाते हैं।
खीरे का रस पीने से टॉन्सिल्स की समस्या में काफी आराम मिलता है।
गाजर के जूस में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर पीने से टॉन्सिल्स  जल्दी ठीक होने के आसार बनते हैं। 
प्याज के रस को हल्के गर्म पानी में मिलाकर गरारे करने से टॉन्सिल्स का संक्रमण जल्दी ठीक हो जाता है। 
गर्म पानी में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाए और अदरक का रस मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करने पर टॉन्सिल्स  में आराम मिल जाता है।
एक साफ कपड़े में बर्फ रखकर गले की सिकाई करने से भी टॉन्सिल्स  में आराम मिलता है।
एक चम्मच सेब के सिरके को एक गिलास गरम पानी में मिलाकर गरारे करने से टॉन्सिल्स जल्दी ठीक होते हैं।
 
Disclaimer: यहां पर मौजूद जानकारी के लिए Thejbt.com किसी भी प्रकार की मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को प्रयोग में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
First Updated : Saturday, 18 March 2023
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