Counterfeit Medicines: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले जाली दवा बनाने के काले कारनामे का भंडाफोड़ हुआ है। यह काला कारोबार करीब 4 महीनों से निरंतर चल रहा था। इसी बीच लगभग करोड़ों रुपए की नकली दवाई बनाई गई। बताया जा रहा है कि इन दवाइयों को यूपी में बेचा जाता था। आगरा में मुख्य आरोपी मोहित बंसल के घर में इन दवाइयों की पैकिंग होती थी, जो अभी भी कुछ रह गई थी। इससे पहले ही इन्हे बरामद कर लिया गया है।
आरोपियों से पूछताछ करने के बाद नकली दवाइयों के करोबार को लेकर उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी इसकी आशंका जताई जा रही है। आरोपियों से USV लिमिटेड की हाई कोलेस्ट्रोल, स्ट्रोक के उपचार की दवा रोजी डे, सिपला कंपनी की एलर्जी की दवा मोंटेयर और इफ्का कंपनी की दर्द निवारक दवा जीरोडोल बरामद की गई हैं।
दवा नियंत्रक प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह 4 महीनों से नकली दवाओं का कारोबार कर रहा था। इस मामले में सरकार भी प्राधिकरण के अधिकारियों से लगातार जांच रिपोर्ट ले रही है। प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पंडा ने बताया कि मामले की जांच गहनता से आगे बढ़ रही है।
प्रदेश हाईकोर्ट ने बद्दी में नकली दवाएं बनाने पर संज्ञान लिया है। सोमवार को (05.12.22) सुनवाई करते हुए खंडपीठ ने मुख्य सचिव सहित अन्य प्रतिवादियों से 3 सप्ताह के अंदर इस घटना का जवाब देने को कहा है।
First Updated : Tuesday, 06 December 2022