भारत की पहली इंट्रा-नेसल कोरोना वैक्सीन iNCOVACC लांच की गई

गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत की पहले इंट्रा-नेसल वैक्सीन iNCOVACC लांच की गई है। भारत के स्वास्थय मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया और विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी विभाग जीतेन्द्र मिश्रा ने भारत की पहली इंट्रा -नेसल वैक्सीन लांच की। इस वैक्सीन का पहला नाम BBV 154 था।

Sonia Dham
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गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत की पहले इंट्रा-नेसल वैक्सीन iNCOVACC लांच की गई है। भारत के स्वास्थय मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया और विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी विभाग जीतेन्द्र मिश्रा ने भारत की पहली इंट्रा -नेसल वैक्सीन लांच की। इस वैक्सीन का पहला नाम BBV 154 था। इस वैक्सीन को स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक द्वारा बनाया गया है। ये दुनिया की पहली ऐसी कोरोना वैक्सीन है जो नाक में स्प्रे के ज़रिए दी जाएगी। शरीर में जाते ही ये वैक्सीन कोरोना के संक्रमण और ट्रांसमिशन दोनों को रोकेगी।

कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने पिछले साल दिसंबर में बताया था की इस वैक्सीन को सरकार को 325 रुपये प्रति शॉट और निजी टीकाकरण केंद्रों में 800 रुपये प्रति शॉट के हिसाब से बेचेगी। इस महीने की शुरुआत में, भारत बायोटेक को iNCOVACC की बूस्टर खुराक के उपयोग के लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से मंजूरी मिली थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा बताया गया है कि बूस्टर के रूप में इस वैक्सीन को दिया जाएगा। हर एक शक्स को इसके चार ड्रॉप्स दिए जाएंगे।

iNCOVACC एक पूर्व-संलयन-स्थिर SARS-CoV-2 स्पाइक प्रोटीन के साथ एक पुनः संयोजक प्रतिकृति-कमी वाले एडेनोवायरस वेक्टरेड वैक्सीन है। इस वैक्सीन उम्मीदवार का सफल परिणामों के साथ तीन चरणों में नैदानिक परीक्षणों में मूल्यांकन किया गया था। iNCOVACC को विशेष रूप से तैयार किया गया है। नाक की बूंदों के माध्यम से इंट्रानेजल डिलीवरी की अनुमति देने के लिए तैयार किया गया। नाक वितरण प्रणाली को कम और मध्यम आय वाले देशों में लागत प्रभावी होने के लिए डिजाइन और विकसित किया गया है।

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26 January 2023, 04:38 PM IST

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