'सुई की नोक के बराबर भी कोई अतिक्रमण नहीं कर सकता', बॉर्डर से अमित शाह ने चीन को दिया कड़ा जवाब

गृह मंत्री अमित शाह ने अरूणाचल प्रदेश के किबिथू में 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' की शुरुआत की। किबिथू गांव से भारत-चीन की सीमा महज एक किलोमीटर दूर है।

Lalit Hudda
Lalit Hudda

हाइलाइट

  • अमित शाह की चीन को दो टूक।
  • भारत की भूमि पर कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता है।
  • वो जमाने चले गए जब कोई अतिक्रमण करता था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के किबिथू में 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' का शुभारंभ किया है। साथ ही कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। इस मौके बाद अमित शाह ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अब कोई भी सीमा पर आंख उठाकर देख नहीं सकता। सूई की नोक बराबर जमीन पर भी कोई अतिक्रमण नहीं कर सकता। वो जमाने चले गए, जब भारत की भूमि पर कोई अतिक्रमण कर सकता था।

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि "21 अक्टूबर 1962 में तत्कालिन कुमाऊं रेजीमेंट के छह अधिकारियों ने यहां पर जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जिससे भारत की भूमि की रक्षा हो पाई, मैं उन्हें मनपूर्वक श्रद्धाजंलि देना चाहता हूं। वो संख्या में छोटे थे और हथियारों में भी छोटे थे। लेकिन 1963 में टाइम मैगजीन में लिखा था कि जो किबिथू में लड़ाई हुई उसमें भारतीय सेनाओं के पास हथियार तो कम थे, लेकिन वीरता समग्र विश्व की सेनाओं से सबसे भरपूर वीरता थी।"

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि "आज पूरा देश अपने घरों में निश्चिंत होकर सो रहा है इसका कारण हमारे आईटीबीपी के जवान और थल सेना का पराक्रम, त्याग एवं बलिदान है। आज हम गर्व के साथ कहते हैं कि अब वो जमाने चले गए जब भारत की भूमि का कोई अतिक्रमण कर सकता था।" अमित शाह ने कहा कि "2014 से पहले पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को एक समस्या ग्रस्त क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, लेकिन पिछले 9 वर्षों में पीएम मोदी की 'लुक ईस्ट नीति' के कारण पूर्वोत्तर को अब समस्या ग्रस्त क्षेत्र नहीं माना जाता है। अब पूर्वोत्तर देश के विकास में योगदान करता है इससे जाना जाता है।"

अमित शाह ने कहा कि "आज आते-आते मैंने सैंकड़ो झरनों को देखा। मैंने यहां उतरते ही पेमा खांडू को कहा कि एक घर ले लीजिए और जब मैं वृद्ध हो जाऊं तो यहां रहने आऊं।" उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने अरुणाचल को नाम दिया था। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर बच्चा अरुणाचल को सूर्यदेव की पहली किरण की धरती के नाम से जानता है। अमित शाह ने कहा कि 'अरुणाचल भारत माता के मुकुट का एक दैवितमान मणि है।' 

किबिथू भारत का अंतिम नहीं पहला गांव है 

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'पहले जब मध्य भारत से कोई आता था तो कहता था कि वो भारत के अंतिम गांव से होकर आया, लेकिन अब मैं जाकर अपनी पोती को बताऊंगा कि मैं भारत के पहले गांव से होकर आया हूं।' शाह ने कहा कि 'ये कॉन्सेप्चयूअल चेंज हैं दिल्ली में बैठे हुए नेताओं के आलस्य और गलत दृष्टिकोण की वजह से ये क्षेत्र विवादित और उग्रवाद से ग्रस्त था। आज विवाद और उग्रवाद खत्म हो रहे हैं।"

अरूणाचल दौरे पर चीन ने जताई थी आपत्ति 

इससे पहले चीन ने गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर आपत्ति जताई थी। चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता ने कहा था कि इस यात्रा ने चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन किया है और इसका विरोध करते हैं। बता दें कि अमित शाह ने जिस किबिथू गांव में 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' की शुरुआत की है वहां से भारत-चीन सीमा महज एक किलोमीटर की दूरी पर है।

calender
10 April 2023, 07:11 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो