Amit Shah: अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू पर बोला हमला, 'जम्मू-कश्मीर में नेहरू ने गलती की'
Amit Shah: अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू पर बोला हमला, साथ ही अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के लिए भी पीएम मोदी की तारीफ भी की.

Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राजस्थान के जोधपुर में एक चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस आइकन और पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू करके एक गलती की थी. उन्होंने विवादास्पद कानून को खत्म करने और कश्मीर में भारतीय ध्वज फहराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की.
नेहरू ने गलती की- शाह
अमित शाह ने कहा "पीएम मोदी ने बीजेपी की स्थापना के बाद से हमने जो भी वादे किए थे, उन्हें पूरा किया है. पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू ने कश्मीर में धारा 370 लागू करके एक गलती की थी. पीएम मोदी ने 5 अगस्त, 2019 को धारा 370 को समाप्त कर दिया और भारतीयों का उत्थान किया.'' साथ ही अमित शाह ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के लिए भी पीएम मोदी की तारीफ की. उन्होंने कांग्रेस पर राम मंदिर मुद्दे को दशकों तक नजरअंदाज करने का आरोप लगाया.
शाह ने आगे उन्होंने कहा, ''70 साल तक कांग्रेस पार्टी 'राम जन्मभूमि' पर राम मंदिर के मुद्दे से भटकती रही, लेकिन पीएम मोदी ने न केवल शिलान्यास किया, बल्कि 22 जनवरी को 'प्राण प्रतिष्ठा' भी की.'
अमित शाह ने नेहरू का जिक्र उस दिन किया जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्व प्रधान मंत्री पर कच्चाथीवू द्वीप को "उपद्रव" मानने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा ''मई 1961 में तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिए गए एक अवलोकन में उन्होंने लिखा था, 'मैं इस छोटे से द्वीप को बिल्कुल भी महत्व नहीं देता और मुझे इस पर अपना दावा छोड़ने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी. मुझे इस तरह के मामले पसंद नहीं हैं. अनिश्चित काल तक लंबित है और संसद में बार-बार उठाया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि, पंडित नेहरू के लिए, यह एक छोटा सा द्वीप था, इसका कोई महत्व नहीं था, उन्होंने इसे एक उपद्रव के रूप में देखा... उनको लगता था कि जितनी जल्दी आप इसे छोड़ देंगे, उतना बेहतर होगा.''
पहले भी कर चुके हैं आलोचना
यह पहली बार नहीं है जब अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की समस्याओं के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराया हो. पिछले साल, लोकसभा में, अमित शाह ने कहा था कि नेहरू ने तत्कालीन राज्य में दो बड़ी गलतियाँ की थीं. उन्होंने कहा कि "मैं उस शब्द का समर्थन करता हूं जो यहां इस्तेमाल किया गया था - नेहरूवादी भूल. नेहरू के समय में की गई गलती के कारण कश्मीर को नुकसान उठाना पड़ा. जिम्मेदारी के साथ, मैं कहना चाहता हूं कि जवाहरलाल के कार्यकाल के दौरान जो दो गलतियां हुईं नेहरू, जिन्होंने कश्मीर को सालों तक दर्द झेलने के लिए मजबूर किया.
इसमें उन्होंने सबसे पहली गलती युद्धविराम की घोषणा को बताया. शाह ने कहा कि ''जब हमारी सेना जीत रही थी, तो युद्धविराम लगाया गया. अगर तीन दिन बाद युद्धविराम होता, तो PoK आज भारत का हिस्सा होता. दूसरा, हमारे आंतरिक मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में ले जाना है.''
अमित शाह आज करेंगे कर्नाटक का दौरा. वह बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करेंगे.