Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी सुरंग से बचाए गए श्रमिक पहुंचे बिहार, पटना एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत

Uttarkashi Tunnel Rescue: : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ध्वस्त सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे सभी 41 श्रमिकों को 17 दिनों बाद 28 नवंबर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था.

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Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ध्वस्त सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे सभी 41 श्रमिकों को 17 दिनों बाद 28 नवंबर को रेस्क्यू टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया था. सुरंग में फंसे 41 लोगों में से बिहार के पांच श्रमिक शुक्रवार, 1 दिसंबर को पटना हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत किया गया.

गृह राज्य पहुंचने पर मजदूरों का जोरदार स्वागत किया गया और श्रम मंत्री सुरेंद्र राम ने फूलों और गुलदस्ते से उनका स्वागत किया. इन पांचों लोगों को बस के जरिए दिल्ली भेजा गया और फिर शुक्रवार को हवाई जहाज के जरिए उनके गृह राज्य बिहार वापस भेज दिया गया.

48 घंटे के चिकित्सकीय निगरानी में रखे गए थे श्रमिक

सुरंग से बाहर निकाले जाने के बाद सभी 41 श्रमिकों को अंतिम स्वास्थ्य जांच के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश भेजे जाने से पहले उत्तराखंड के चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा गया था. एम्स में उन्हें उनके संबंधित राज्यों में वापस भेजे जाने से पहले 48 घंटे तक चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया.

बिहार के श्रम मंत्री सुरेंद्र राम ने एक्स को ट्वीट करते हुए लिखा, ''आज 1 दिसंबर 23 को पटना एयरपोर्ट पर उत्तरकाशी, उत्तराखंड से लौटे बिहार के सभी पांच मजदूरों और उनके परिवारों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. बता दें कि सरकार ने उन्हें लाने के लिए उचित व्यवस्था की है. उन्हें विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा और हर स्तर पर सहायता प्रदान की जाएगी.''

झारखंड और यूपी के मजदूरों को भेजा गया गृह राज्य 

झारखंड के रहने वाले 15 मजदूरों को गुरुवार को विमान से दिल्ली लाया गया और वहां से आज सुबह रांची भेजा गया. उत्तर प्रदेश के रहने वाले आठ मजदूर शुक्रवार सुबह लखनऊ पहुंचे. 12 नवंबर को सिल्क्यारा की ओर से 205 से 260 मीटर के बीच सुरंग का एक हिस्सा ढह गया.  

260 मीटर से अधिक दूरी पर मौजूद 41 श्रमिक फंस गए और उनका बाहर निकलना बंद हो गया. विभिन्न बचाव टीमों के भारी प्रयासों और 16 दिनों के बचाव अभियान के बाद 28 नवंबर को सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.

First Updated : Friday, 01 December 2023