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वीरों का बलिदान नहीं भूलेगा भारत.... PM मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने कारगिल शहीदों को किया नमन

26 जुलाई 2024 को देश ने 25वां कारगिल विजय दिवस मनाया. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने देश के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीरों की बहादुरी को याद करते हुए पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए गए.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

26 जुलाई 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर 'ऑपरेशन विजय' के जरिए अपना खोया हुआ क्षेत्र वापस पाया था. आज इस ऐतिहासिक जीत की 26वीं वर्षगांठ पर देशभर में कारगिल विजय दिवस बड़े गर्व और सम्मान के साथ मनाया गया. इस दिन भारत के उन जांबाज जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.

इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय वायुसेना सहित कई शीर्ष नेताओं और संस्थाओं ने वीर सपूतों को नमन किया. सोशल मीडिया और राष्ट्रीय स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पण का सिलसिला जारी रहा.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया गर्व

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मैं मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं. यह दिन हमारे जवानों के अद्भुत साहस, वीरता और अडिग संकल्प का प्रतीक है. राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा और बलिदान सदैव देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा.”

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस गौरवपूर्ण दिवस पर वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा, “यह दिन हमारे उन बहादुर सैनिकों की असाधारण वीरता और बलिदान की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की शान की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. उनका मातृभूमि के प्रति समर्पण हर पीढ़ी को प्रेरणा देता रहेगा.”

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया नमन

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में लिखा कि कारगिल विजय दिवस पर मैं उन जांबाज सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने दुर्गम परिस्थितियों में भी अदम्य साहस और दृढ़ निश्चय के साथ देश की रक्षा की. उनका सर्वोच्च बलिदान भारतीय सशस्त्र बलों के अटूट संकल्प का प्रतीक है.

गृह मंत्री अमित शाह ने वीरता को किया याद

गृह मंत्री अमित शाह ने कारगिल के वीरों को नमन करते हुए कहा, 'कारगिल विजय दिवस हमारे राष्ट्र के गौरव और पराक्रम का अविस्मरणीय दिन है. 1999 में ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत हमारे बहादुर सैनिकों ने दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. मैं उन सभी वीर जवानों को नमन करता हूं जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया. राष्ट्र सदैव आपका ऋणी रहेगा.'

भारतीय वायुसेना का भावपूर्ण श्रद्धांजलि संदेश

भारतीय वायुसेना ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से श्रद्धांजलि दी. #IndiaSalutesKargilHeroes. भारतीय वायुसेना कारगिल युद्ध के साहसी योद्धाओं को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती है. उनका साहस, बलिदान और अडिग संकल्प राष्ट्र को एकजुट करने वाली प्रेरणा है.

युद्ध का संक्षिप्त इतिहास

1999 में पाकिस्तान की सेना और घुसपैठियों ने कारगिल की ऊंची चोटियों पर कब्जा कर भारत की रणनीतिक स्थिति को कमजोर करने का प्रयास किया था. लेकिन भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत अत्यंत कठिन परिस्थितियों में पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़कर सभी चौकियों को पुनः अपने नियंत्रण में ले लिया. इस अभियान में 500 से अधिक भारतीय सैनिकों ने वीरगति प्राप्त की थी.

राष्ट्र की एकता और संकल्प का प्रतीक है यह दिन

कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य जीत की वर्षगांठ नहीं, बल्कि यह दिन देश की एकता, साहस और अडिग संकल्प का प्रतीक है. हर साल 26 जुलाई को देश भर में युद्ध स्मारकों पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. खासकर लद्दाख में स्थित द्रास युद्ध स्मारक पर देशभर से सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और आम नागरिक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं.

राष्ट्र सदैव रहेगा कृतज्ञ

आज जब हम कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, तो यह दिन हमें याद दिलाता है कि देश की रक्षा का मूल्य कितना बड़ा होता है. यह केवल युद्ध की गाथा नहीं, बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस, बलिदान और राष्ट्रप्रेम की जीवंत मिसाल है. कारगिल के वीर आज भी हम सभी को प्रेरणा दे रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा की भावना सिखा रहे हैं.

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26 July 2025, 03:01 PM IST

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