कर्नाटक चुनाव के रणक्षेत्र में गर्जना भरने के लिए सभी पार्टियों के लिए सोमवार 7 मई अंतिम दिन था। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार आज शाम पांच बजे थम गया है। इस बार प्रचार के दौरान मुस्लिम आरक्षण, बजरंग बली, महंगाई, भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दे लगातार छाए रहें। सभी पार्टियों ने चुनावी रैली और संबोधन में एक दूसरे पर जमकर वार किया और प्रचार- प्रसार करने में पूरी ताकत झोक दी।
आपको बता दें कि इस बार कर्नाटक के इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बजरंग बली रहा। कांग्रेस पार्टी ने चुनावी रैली में संबोधन में कहा कि कर्नाटक में हमारी सरकार बनती है तो हम बजरंग दल पर बैन लगाएं तो वहीं भाजपा सरकार ने इस पर जमकर पलटवार किया है। भाजपा के सभी नेता अपने संबोधन में बजरंग बली का जयकारा लगाकर हमला किया तो कही कांग्रेस और जेडीएस पार्टी को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया। सभी पार्टी प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कैम्पन की कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाली थी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 26 किमी को रोड शो किया था। अब देखने यह होगा कि इस रोड शो में कर्नाटक में कांग्रेस पर कितना असर पड़ेगा। यह तो 10 मई को कर्नाटक की जनता तय करेगी कि इस बार किसका होगा राजतिलक, यही नहीं पीएम मोदी ने रविवार को भी 10 किलोमीटर का एक और रोड शो किया था, आपको बता दें कि ये दोनों रोड़ शो 17 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा था। जिसमें नरेंद्र मोदी को ढोल, नगाड़ो के साथ फूल बरसाए गए थे और इस दौरान जनता में काफी उत्साह भी देखा गया।
कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा और इसका परिणाम 13 मई को सामने आएंगा। चुनाव आयोग के अनुसार इस चुनाव में 5 करोड़ से अधिक मतदाता इस बार मतदान करेंगे। आपको बता दें कि कर्नाटक में महिला वोटर्स की संख्या 2.59 करोड़ है जबकि पुरुष वोटर्स 2.62 करोड़ हैं।