Shani Dev: 18 मार्च को बन रहे है शनि के अद्भूत संयोग, शनि दोष से है परेशान तो करें ये उपाय

Shani Dev: अगर आप शनि देव को प्रसन्न करके उनके दोषो को अपने उपर से खत्म करना चाहते है तो 18 मार्च को बहुत ही अच्छा संयोग बन रहा है जिसमें कुछ उपाय को करके आप शनि को प्रकोप से मुक्ती पा सकते है

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18 मार्च 2023, शनिवार का दिन बेहद शुभ होने वाला है, शनि देव अत्यंत गुस्सेल स्वाभाव के माने जाते है ऐसे में व्यक्ति को शनि देव को प्रसन्न करने के लिए छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखना अतिआवश्यक है।

शनि देव की कृप्या पाने के लिए 18 मार्च को बहुत ही उत्तम संयोग बन रहा है जो शनि दोष और साढ़ेसाती ढैय्या से प्रभावित लोगों के लिए फायदेमंद होने वाला है। 18 मार्च को शनिवार दिन पड़ रहा है इस दिन शनिदेव अपने ही राशि में यानी कुंभ राशि में गोचर करने वाले है। ज्योतिष मुताबिक के शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या व्यक्ति के लिए बेहद ही कष्टकारी मानी जाती है।

वर्तमान में ज्योतिष गणना की माने तो इस समय शनि की दृष्टि पांच राशियों पर विशेष कर है। जिसमें वृश्चिक राशि और कर्क राशि पर ढैय्या चल रही है। वही दुसरी राशि यानी धनु. कुंभ, मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। 18 मार्च की शनिवार इसलिए भी शूभ मानी जा रही है क्योंकि पंचाग के अनुसार इस दिन हिंदू नववर्ष की पहली चैत्र कृष्णपक्ष की एकादशी तिथि यानी श्रवण नक्षत्र पड़ रहा है, जिसके स्वामि शनि है। इन सब के अलावा 18 मार्च को शिव योग भी बन रहा है। इसलिए शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए यह दिन उत्तम माना जा रहा है।

शनिवार के दिन एकादशी तिथि भी है यह तिथि भगवान विष्णु की पूजा के लिए संमर्पित है, भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण शनि के उपासक माने जाते हैं इसीलिए अगर आप इस दिन शनि देव के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा करते है तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के साथ -साथ शनि का प्रकोप भी कम हो जाएगा।

इस दिन शनिदेव की पूजा करके गरीब जरूरतमंद को मोटे अनाज का दान करना बेहद फलदायी माना जाता है। इसके अलावा आप मरीजों को फल दान में दे सकते है।साथ ही अगर आप कुष्ठ रोगियों की सेवा करते है तो आपको शनिदेव का विशेष लाभ मिलेगा। शनिवार के दिन जो भी व्यक्ति सूर्योदय से पहले उठकर पीपल के वृक्ष में जल से अर्घ्य देता है और पूजा करके तेल का दिया जलाता है तो से शनिदेव की विशेष कृप्या मिलती है। और उस व्यक्ति को शनिदेव का प्रकोप नहीं सहना पड़ता है।

First Updated : Friday, 17 March 2023