स्वर धरोहर फेस्टिवलः कवि व मशहूर शायरों ने साझा किए अपने अनुभव

दिल्ली का दिल इन दिनों सूफी गानों और गजलों का मुरीद हो गया है।

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दिल्ली का इंडिया गेट वैसे तो हमेशा गुलजार ही रहता है, लेकिन स्वर धरोहर फेस्टिवल के दूसरे दिन प्रसिद्ध कवि, गायक, गीतकार और साहित्य की दुनिया से जुड़ी हस्तियों के आने से यह और भी गुलजार हो गया है। शनिवार को स्वर धरोहर फेस्टिवल में कवि, गायक व शायर समेत कई अन्य कलाकारों ने टॉक शो के माध्यम से अपने अपने विचार साझा किए। 

स्वर धरोवर फेस्टिवल के जरिए भारत की प्रतिष्ठित कला, संस्कृति और भारतीय राज्यों की समृद्ध साहित्यिक कला और विरासत को प्रदर्शित करने के लिए संगीत कला और साहित्य महोत्सव का आयोजन किया गया।

स्वर धरोहर फेस्टिवल के दूसरे दिन साहित्य के क्षेत्र से जुड़े कवि और शायरों ने अपने अनुभव साझा किए है। इस दौरान सैयद फरहान अली, अनिल आर्य, तनवीर गजी समेत कई कलाकारों ने अपने अपने अनुभव साझा किए। 

गीतकार और कवि तनवीर गाजी कविताएं, शायरी, नज्म, गीत आदि लिखते है। तनवीर गाजी ने मंथन फिल्म से अपनी शुरूआत की। उन्होंने बताया कि इसके बाद हेट स्टोरी-2 में काम किया। तनवीर गाजी ने बताया कि अमिताभ की फिल्म पिंक में उन्होंने गाने, कविताएं लिखी है। 

तनवीर गाजी की महशहूर कविता तू खुद की खोज में निकल, तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की, समय को भी तलाश है। तनवीर की इस कविता को अभिनेता अमिताभ की आवाज मिली। जिसके बाद उनकी इस कविता को काफी पंसद किया गया। 

बता दें कि दो दिसंबर से शुरू हुआ यह महोत्सव चार दिसंबर तक चलने वाला है। शायरी और गजलों ने दर्शकों का दिल जीत लिया और खूब वाहवाही बटोरी गई। इस महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और कला रूप से अत्यधिक प्रभावित हुए।

First Updated : Saturday, 03 December 2022