लोकसभा चुनाव के तीन चरण हो गए है. चौथे चरण का मतदान होने वाला है. इसमें कई बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी हुई हैं. वहीं, इस चरण में असल इम्तिहान मुस्लिम सियासत के फॉयरब्रांड नेता और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की होने वाली है. इनके सामने हैदारबाद के साथ ही महाराष्ट्र की औरंगाबाद सीट को भी बरकरार रखने की चुनौती है. ओवैसी को हैदराबाद में बीजेपी से जोरदार टक्कर मिल रही है तो औरंगाबाद में उनके प्रत्याशी इम्तियाज जलील को इंडिया और एनडीए दोनों ही गठबंधन से मुकाबला करना पड़ रहा है. ऐसे में देखना है कि AIMIM क्या 2019 की तरह 2024 में भी दोनों सीटों पर जीत दर्ज कर पाती है या नहीं.
बता दें कि चौथे चरण में 96 सीटों पर मतदान होने वाले हैं. ऐसे में 1717 उम्मीदवारों की साख दांव पर हैं. वहीं, इसी चरण में ही तेलंगना की 17 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं और महाराष्ट्र की 11 सीटों पर होनी हैं. तेलंगाना की हैदराबाद और महाराष्ट्र की औरंगाबाद सीट पर चौथे चरण में मतदान होना है. 2019 में असदुद्दीन ओवैसी के साथ ही उनकी पार्टी के इम्तियाज जलील भी जीतने में कामयाब रहे थे. मगर, इस बार AIMIM के खिलाफ बीजेपी ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन ने भी सियासी चक्रव्यूह रचा है.
हैदराबाद लोकसभा सीट का चुनाव जोरदार घमासान होने वाला है. हैदराबाद सीट से पांचवीं बार असदुद्दीन ओवैसी मैदान में उतर रहें हैं, जिनका मुकाबला बीजेपी से माधवी होने वाली हैं. माधवी लता हिंदुत्व की फॉयरब्रांड नेता हैं. वहीं, कांग्रेस ने मोहम्मद वलीउल्लाह समीर को अपना उम्मीदवार बनाया है. साथ ही बीआरएस ने गद्दाम श्रीनिवास किस्मत पर भरोसा दिखाया है. लेकिन यहां मुकबला ओवैसी और माधवी के बीच होने वाली है. पिछले दो दशक से हैदराबाद सीट पर ओवैसी चुनाव लड़ रहे हैं.