सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा, नई सरकार बनाने के लिए राज्यपाल से करेंगे मुलाकात
सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारिक रुप से अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. वह अब नई सरकार बनाने के लिए दुबारा से आरजेडी के साथ राज्यपाल से मिलेंगे. इस्तीफा के तुरंत बाद सीएम ने राबड़ी देवी की आवास की ओर अपना काफिला मोड़ लिया है. और अब से कुछ ही देर में नई सरकार की गठन के लिए नीतीश कुमार, तेजस्वी के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर सकतें हैं.
पटना। सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारिक रूप से अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. वह अब नई सरकार बनाने के लिए दुबारा से आरजेडी के साथ राज्यपाल से मिलेंगे. इस्तीफा के तुरंत बाद सीएम ने राबड़ी देवी की आवास की ओर अपना काफिला मोड़ लिया है. अब से कुछ ही देर में नई सरकार की गठन के लिए नीतीश कुमार, तेजस्वी के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर सकतें हैं.
बीजेपी की साजिश ने सीएम नीतीश कुमार को भड़काया, अब नीतीश ने बीजेपी की नींद उड़ाई
पटना। कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार एक्शन मोड मे तब आए जब पानी उनके गले तक पहुंच गई. जी हां सही समझे आप हम बात कर रहें हैं कथित तौर पर कहा जा रहा बीजेपी की जदयू को तोड़ने की षडयंत्र की. सामने आए कई संकेत इसकी पुष्टि करता है कि बीजेपी अपने सहयोगी दल जदयू को तोड़ने की भरपूर कोशिश में लगी थी. जिसका सबसे प्रबल उदाहरण है जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह का बीजेपी की संसदीय बैठक में हिस्सा लेना. कभी सीएम नीतीश कुमार के करीबी रहे आरसीपी सिंह लगातार बीजेपी से नजदिकियां बढ़ाते हुए नजर आ रहे थे या यूं कह लें बीजेपी आरसीपी सिंह को ढ़ाल बनाकर सीएम नीतीश कुमार को कमजोर करने की षडयंत्र कर रहे थे. सामने आ रही तस्वीर को देखकर सीएम नीतीश कुमार ने एक्शन लेने का फैसला किया और मात्र 48 घंटे में बिहार में चौंकाने वाले फैसले लेकर बीजेपी की नींद उड़ा दी है.
जदयू के विधायकों ने स्वीकारी साजिश की बात
सीएम नीतीश की अध्यक्षता में बुलाई गई विधायकों की बैठक में कई चैंकाने वाले खुलासे हुए. विधायकों ने स्वीकारी कि उनका वर्तमान गठबंधन 2020 से उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. चिराग पासवान का नाम लिए बिना, उन्होंने कहा कि वह एक ऐसा उदाहरण थे; यह भी कहा कि अगर वे अभी सतर्क नहीं हुए तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा.
बीजेपी के नेताओं का बयान
बिहार मंत्री-भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि, हम अपनी पार्टी को मजबूत करते हैं, हम किसी अन्य पार्टी को कमजोर नहीं करते हैं. पटना जा रहा हूँ. आधिकारिक बयान पार्टी नेतृत्व देगी. हमने बिहार के लोगों के व्यापार और रोजगार के लिए ईमानदारी से काम किया है... पार्टी टिप्पणी करेगी, मैं नहीं करूंगा.
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने भी कोई भी बयान देने से इंकार कर कहा कि BiharPoliticalSituation पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन बीजेपी ने कभी भी ऐसा कुछ भी शुरू नहीं किया जिससे विवाद पैदा हो या उनके बीच अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो. जद (यू) फैसला करेगा लेकिन भाजपा निश्चित रूप से चाहती है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहें. भाजपा चाहेगी कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जद (यू), भाजपा और अन्य दलों की सरकार दृढ़ता से काम करती रहे और यह बिहार के साथ-साथ देश के हित में भी है.