छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों की कायराना हरकत, दो ग्रामीणों की गला रेतकर की डाली हत्या
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में दो ग्रामीणों की गला रेतकर हत्या कर दी और दो अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया. इस साल बस्तर क्षेत्र में माओवादी हिंसा अब तक 35 लोगों की जान ले चुकी है.

Chhattisgarh news: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की लगातार दबिश और सफल अभियानों से बौखलाए नक्सलियों ने एक बार फिर कायराना हरकत को अंजाम दिया है. ताजा मामला सुकमा जिले से है, जहां नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी. ये वारदात सोमवार देर रात केरलापाल थाना क्षेत्र के सिरसेटी गांव में हुई, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीणों से सूचना मिलने पर टीम को मौके पर भेजा गया है. शव बरामद कर लिया जाएगा और मामले की जांच जारी है. सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने कहा कि ग्रामीणों ने हत्या की सूचना दी है. जिसके आधार पर पुलिस टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. शव बरामद होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मुखबिरी के शक में नक्सलियों का तांडव
जानकारी के अनुसार, सोमवार रात नक्सली सिरसट्टी पंचायत के नंदापारा पहुंचे और वहां से ग्रामीण देवेन्द्र पदामी और पोज्जा पदामी को जबरन घर से उठाकर जंगल की ओर ले गए. आरोप लगाया गया कि दोनों मोबाइल फोन के जरिए पुलिस को खबर पहुंचा रहे थे. इसी आरोप के आधार पर नक्सलियों ने दोनों की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी.
अन्य ग्रामीण भी बने निशाना
दो ग्रामीणों की हत्या के अलावा नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में दो और लोगों की बेरहमी से पिटाई की. बताया जा रहा है कि मारपीट में उनके पैरों और पीठ में गंभीर चोटें आई हैं. यह घटना इलाके में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर गई है.
इस साल 35 जिंदगियां ले चुकी है माओवादी हिंसा
सुकमा और बस्तर संभाग के 7 जिलों में इस साल अब तक माओवादी हिंसा में लगभग 35 लोगों की जान जा चुकी है. हाल ही में 29 अगस्त को बीजापुर में नक्सलियों ने एक ‘शिक्षादूत’ (सरकारी स्कूल में अस्थायी अतिथि शिक्षक) का अपहरण कर हत्या कर दी थी. इससे दो दिन पहले 27 अगस्त को भी सुकमा जिले में नक्सलियों ने एक और ‘शिक्षादूत’ को मौत के घाट उतार दिया था. लगातार बढ़ते हमले सुरक्षा एजेंसियों और आम जनता दोनों के लिए बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं.


