शिमला के कई गांवों में धंसी जमीन, लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया

शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने पीटीआई –भाषा को बताया है पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई गांवों की जमीनें धंस चुकी हैं.

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शिमला में रहने वालों की बारिश और बाढ़ ने काफी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ऐसे में  शिमला के उपायुक्त आदित्य नेग का कहना है कि बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. इसकी वजह से कुछ गांवों में जमीन धंस चुकी है. प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.

जमीन धंसने का क्या था कारण भूवैज्ञानिकों से की अपील?

इसके साथ ही भूवैज्ञानिकों से भी मदद लेने के बारे में विचार किया गया. उन्होंने भूवैज्ञानिकों से जमीन धंसने की वजहों का पता लगाने की अपील की है. शिमला में  इससे पहले भी शुक्रवार की रात को रामपुर के क्षेत्र में भारी बारिश देखी गई थी. जिसके कारण न केवल भूस्खलन हुआ बल्कि सड़कों के अलावा बोर्नी नाला और जियोरी सहित कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच भी अवरुद्ध हो गया.

हिमाचल प्रदेश में हो रही लगातार बारिश थमने का नाम नहीं ले रही हैं ऐसे में वहां के हालात काफी खराब होते हुए दिख रहे हैं. इलाकों की छह पंचायतों के कई घरों पर डूबने का खतरा मंडराने रहा है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण कई गांवों में जामीनों के धंसने की खबर सामने आई है. जिसके चलते कई परिवारों को सुरुक्षित स्थानों पर पहुचाने का कार्य शुरू किया गया.

जनजातीय बहुल किन्नौर जिले में चौरा के पास भारी भूस्खलन होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग –पांच पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया गया. वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में 24 जून को मॉनसून के दस्तक दी जिसके बाद राज्य में करीब 700 घर बह गए हैं. जबिक 7,093 घर आंशिका रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.

इसके अलावा कई लोगों की मौते भी हो गईं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार 28 जुलाई तक राज्य को 5,536 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हो गया.जिसके बाद मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि 2 अगस्त तक लगातार बारिश होने की संभावना है.

First Updated : Sunday, 30 July 2023