रिजेक्शन के बाद भी 3 साल तक किया पीछा, पटना से जाना पड़ता था पंजाब, पढ़िए पप्पू यादव की लव स्टोरी

Pappu Yadav Love Story: पप्पू यादव राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं लेकिन क्या आपको पता है कि वो प्यार के भी शानदार खिलाड़ी हैं. नहीं तो फिर पढ़िए उनकी लव स्टोरी

Tahir Kamran
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जैसे-जैसे 2024 के लोकसभा चुनावों की सरगर्मियों बढ़ रही हैं वैसे-वैसे लोगों का ध्यान बिहार पर केंद्रित हो रहा है. पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपनी जन अधिकार पार्टी (जेएपी) का कांग्रेस पार्टी में विलय कर लिया है. बहरहाल ये सब आप आज जानते हैं. हम इस ख़बर में पप्पू यादव की लव स्टोरी के बारे में बात करते हैं जो किसी बॉलीवुड फ़िल्म की कहानी से कम नहीं है.

जेल में बिना देखे हुआ प्यार

पप्पू यादव की लव स्टोरी की शुरुआत पटना जेल में हुई थी. यहाँ से जेल सुपरिटेंडेंट के घर के क़रीब कुछ बच्चों को क्रिकेट खेलते हुए देखा करते थे. इस दौरान उनकी एक लड़के से दोस्ती हो गई जो वहीं पर खेलता था. दोनों में ठीकठाक दोस्ती हो गई और एक दिन उन्होंने अपने दोस्त की घरेलू एल्बम में रंजीत को देखा. बस यहीं से उन्हें रंजीत पसंद आ गई हैं. तस्वीर में रंजीत टेबल टेनिस खेल रही थीं. हालाँकि यह इतना आसान नहीं था क्योंकि लड़की सिख परिवार से संबंध रखती थी.

टेनिस कोर्ट जाते थे पप्पू यादव

जेल से छूटने के बाद पप्पू यादव रंजीत को देखने के लिए उस जगह चले जाया करते थे जहां पर वो टेबल टेनिस खेला करती थीं. पप्पू यादव रंजीत को इंप्रेस करने के लिए तरह-तरह काम किया करते थे लेकिन रंजीत थी कि उन्हें इग्नोर कर रही थीं. उन्हें यह सब पसंद नहीं था. रंजीत मंग महिला महाविद्यालत के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में दाख़िला ले लिया था. रंजीत का यह कदम पप्पू यादव का काफी समय लेने लगा था. क्योंकि अब उन्हें रंजीत को फ़ॉलो करने के लिए पटना टू पंजाब का सफ़र करना पड़ता था. 

तीन साल तक किया पीछा

पटना टू पंजाब का सफ़र लगभग 3 वर्षों तक चला, हैरानी तो इस बात की है 2 साल तक रंजीत को इस बात की ख़बर ही नहीं थी कि कोई उनको सिर्फ़ देखने के लिए पटना से पंजाब तक आता है. इतने के बावजूद रंजीत ने फिर से मना ही किया लेकिन पप्पू थे कि पीछे नहीं हट रहे थे. उनके बार-बार नहीं मानने पर रंजीत ने यह भी समझाया कि वे सिख हैं और पप्पू हिंदू, इसलिए परिवार वाले उनकी शादी के लिए राजी नहीं होंगे.

सुसाइड तक पहुंच गए थे पप्पू यादव

पप्पू परेशान होकर ख़ुद को नुक़सान पहुँचाने लगे थे. दरअसल पप्पू ने ढेरों नींद की गोलियाँ खानी शुरू कर दी थीं. इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी तो उन्हें पटना के मेडिकल कॉलेज में भर्ती गया. जब इस बारे में रंजीत को पता चला तो अब वो पप्पू के लिए नर्म हो गई थीं. यहीं से इस लव स्टोरी को टर्निंग प्वाइंट मिल गया. बात जब परिवारों तक पहुँची फिर से वही हुआ जो लगभग तय था. पप्पू के परिवार वाले राज़ी हो गए थे लेकिन रंजीत के परिवार वालों ने साफ़ इनकार कर दिया था. इसके बाद पप्पू ने एक और रास्ता तलाश किया. दरअसल वो रंजीत की बहन और जीजा से इस संबंध में बात करने के लिए चंडीगढ़ चले गए. हालाँकि वहाँ से पप्पू का ख़ाली हाथ लौटना पड़ा.

लगाना पड़ा सियासी सोर्स

पप्पू एक तरफ़ जहां प्यार में पड़े हुए थे वहीं दूसरी तरफ़ सियासत में भी माहिर होते जा रहे थे. उन्हें पता चला कि रंजीत के परिवार से कांग्रेस के दिग्गज नेता SS आहलूवालिया से काफ़ी अच्छी है. बस फिर क्या था पप्पू ने राजधानी दिल्ली आ गए और आहलूवालिया गुज़ारिश की और आहलूवालिया ने उनकी मदद भी की. आखिरकार का दोनों परिवार शादी के लिए राज़ी हुए. राजी में बहुत बड़ा किरदार रंजीत के दिल में पप्पू के लिए पनपने वाला प्यार भी था.

रास्ता भटक गया हेलीकॉप्टर

आपको लग रहा होगा कि अब पप्पू यादव की परेशानियाँ ख़त्म हो गई होंगी? लेकिन ऐसा नहीं था. दरअसल दोनों की शादी में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल हुआ था. कहा जाता है कि रणजीत और उनके परिवार को लेकर आने वाला टार्टर्ड प्लेन रास्ता ही भूल गया. इस ख़बर के बाद सि हंगामा ही मच गया. हालाँकि कुछ देर बाद सभी ने तब राहत की साँस ली जब हेलिकॉप्टर मिलने की ख़बर आई. 

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21 March 2024, 06:22 PM IST

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