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हमास ने 60 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव को दी मंजूरी, इजरायल के साथ बंधक समझौता भी तय

हमास ने इज़राइल के साथ 60 दिन के युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर सहमति जताई, जबकि मिस्र और कतर जैसे देशों के मध्यस्थों द्वारा वार्ता जारी है. गाजा संघर्ष में फिलिस्तीनियों की मौतों की संख्या बढ़कर 62,000 के पार पहुंच गई है और इज़राइल ने फिर से गाजा क्षेत्र पर कब्ज़ा करने की योजना बनाई है.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

गाजा संघर्ष में एक संभावित सफलता के रूप में, हमास ने अरब मध्यस्थों द्वारा इज़राइल के साथ 60 दिनों के युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की है. मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी ने सोमवार को यह जानकारी दी और कहा कि मध्यस्थ 60-दिनों के युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव को पुनर्जीवित करने के लिए "व्यापक प्रयास" कर रहे हैं, जिसके दौरान कुछ बंधकों को रिहा किया जाएगा और दोनों पक्ष एक स्थायी युद्धविराम और बाकी बंधकों की वापसी पर बातचीत करेंगे. यह बयान राफा क्रॉसिंग के दौरे के दौरान दिया गया, जो मई 2024 में इज़राइल द्वारा फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने के बाद से बंद है.

गहन मध्यस्थता प्रयास जारी

शौकरी ने बताया कि कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी इस वार्ता में शामिल हुए थे, जिसमें वरिष्ठ हमास नेता खलील अल-हय्या भी शामिल थे, जो पिछले हफ़्ते काहिरा पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि वे अन्य विचारों के लिए भी तैयार हैं, जिसमें एक व्यापक समझौते पर भी विचार किया जा सकता है, जिससे सभी बंधकों को एक साथ रिहा किया जा सके. एक वरिष्ठ हमास अधिकारी बासेम नईम ने कहा कि आतंकवादी समूह ने मध्यस्थों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, लेकिन इस पर विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी.

इज़राइल ने पुनः कब्जे की योजना का संकेत दिया

गौरतलब है कि पिछले महीने युद्धविराम वार्ता विफल होने के बाद, इज़राइल ने गाजा शहर और अन्य घनी आबादी वाले इलाकों पर फिर से कब्ज़ा करने की योजना की घोषणा की थी, जिससे गाजा में मानवीय संकट और बढ़ने की आशंका है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह संकट अकाल की ओर बढ़ रहा है. हमास पर दबाव डालने के उद्देश्य से इस हमले का विस्तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश पैदा कर चुका है और इज़राइली नागरिकों में भी गुस्सा है, जो 7 अक्टूबर के हमले में बंधक बनाए गए लोगों के बारे में चिंतित हैं. रविवार को लाखों लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए और उनकी वापसी की मांग की.

फ़िलिस्तीन में मरने वालों की संख्या 62,000 के पार

हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने 251 लोगों का अपहरण किया और लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी, जिनमें से ज़्यादातर आम नागरिक थे. इस हमले ने युद्ध को और भड़का दिया. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि युद्ध में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62,004 हो गई है और 156,230 लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय ने कहा कि मृतकों में लगभग आधे महिलाएं और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र और कई स्वतंत्र विशेषज्ञ इसके आंकड़ों को युद्धकालीन हताहतों का सबसे विश्वसनीय अनुमान मानते हैं. इज़राइल ने इस आंकड़े पर विवाद किया है, लेकिन उसने अपने आंकड़े नहीं दिए हैं.

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18 August 2025, 11:46 PM IST

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