'ये जिहाद नहीं, खुद मरो वाला धोखा है'... तालिबान ने झटक लिया पाकिस्तान का हाथ

भारत-पाक तनाव के बीच तालिबान के बड़े नेता ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने साफ-साफ कहा कि ये जंग मजहबी नही बल्कि पूरी तरह सियासी खेल है और इसमें आम लोगों को मोहरा बनाया जा रहा है. साथ ही अफगान लड़ाकों और परिवारों को सतर्क किया है कि पाकिस्तान के बहकावे में न आएं. क्या तालिबान अब पाकिस्तान से किनारा कर रहा है?

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Edited By: Aprajita

Taliban to Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब पड़ोसी देश अफगानिस्तान की ज़मीन से भी बड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. तालिबान के वरिष्ठ नेता और पाकिस्तान में अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत मुल्ला अब्दुल सलाम ज़ईफ ने एक ऐसा बयान दिया है जो पाकिस्तान की सियासत पर बड़ा सवाल खड़ा करता है. ज़ईफ ने साफ-साफ कहा है कि यह लड़ाई जिहाद नहीं बल्कि पाकिस्तान की राजनीतिक चाल है और आम लोगों को इसमें फंसने से बचना चाहिए.

तालिबान नेता ने पाकिस्तान की पोल खोली

मुल्ला ज़ईफ ने सोशल मीडिया पर तीखा संदेश देते हुए पश्तून समुदाय को आगाह किया कि पाकिस्तान उन्हें 'जिहाद' के नाम पर एक ऐसी लड़ाई में झोंकना चाहता है, जो न तो मजहबी है और न ही न्याय की. उन्होंने कहा, 'अपने बच्चों को इस झूठे जिहाद से बचाओ. यह सिर्फ पाकिस्तान की चाल है, जो तालिबान की हमदर्दी लेकर भारत के खिलाफ अपनी सियासी रोटियां सेंकना चाहता है.'

अब तालिबान नहीं बनना चाहता पाकिस्तान का मोहरा

तालिबान और पाकिस्तान के रिश्ते भले ही पुराने और मजबूत रहे हों, लेकिन अब सुर बदल रहे हैं. ज़ईफ का बयान साफ करता है कि तालिबान अब पाकिस्तान की किसी भी लड़ाई का हिस्सा नहीं बनना चाहता. उसका मकसद अब खुद को एक जिम्मेदार और स्थिर सरकार की तरह पेश करना है.

भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान की बौखलाहट

भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला किया था. इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है. इसके बाद से ही पाकिस्तान भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले की नाकाम कोशिशें कर रहा है. भारत हर बार मुंहतोड़ जवाब दे रहा है.

अफगान व्यापार पर भी असर, वाघा बॉर्डर पर फंसे ट्रक

इस तनाव का असर सिर्फ सीमाओं पर ही नहीं बल्कि व्यापार पर भी पड़ा है. अफगानिस्तान से भारत को भेजे जा रहे माल के ट्रक वाघा बॉर्डर पर अटक गए हैं. अफगानिस्तान-पाकिस्तान जॉइंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख ने बताया कि यदि ये हालात ज्यादा दिन चले तो व्यापार को बड़ा नुकसान होगा.

नतीजा क्या निकलता है?

ज़ईफ के इस बयान से ये साफ हो गया है कि अब तालिबान जैसे संगठन भी पाकिस्तान की चालों को समझने लगे हैं. वो नहीं चाहते कि उनके लोग झूठे जिहाद के नाम पर मारे जाएं. अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान अपने सियासी फायदे के लिए मासूमों की जिंदगी से खेलना बंद करे.

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09 May 2025, 06:17 PM IST

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