भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर तनाव, लुटनिक की चेतावनी और ट्रंप-मोदी की दोस्ताना पहल
भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में हाल के दिनों में नरमी देखने को मिली है. लेकिन अब अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक की ताज़ा टिप्पणी ने एक बार फिर से इन रिश्तों में तनाव के संकेत दिए हैं.

भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में जहां हाल के दिनों में नरमी देखने को मिली है, वहीं अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक की ताज़ा टिप्पणी ने एक बार फिर से इन रिश्तों में तनाव के संकेत दिए हैं. लुटनिक ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारत के साथ व्यापार समझौते की प्रक्रिया तभी तेज़ होगी, जब नई दिल्ली रूस से तेल आयात पूरी तरह बंद कर देगी.
व्यापार विवादों पर लुटनिक ने क्या कहा?
एक साक्षात्कार में लुटनिक ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार विवादों को सुलझाने के लिए तैयार है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब भारत मास्को के साथ अपने ऊर्जा संबंधों को समाप्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाए. उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब दोनों देशों के बीच व्यापार और ऊर्जा नीति को लेकर मतभेद गहराए हुए हैं.
लुटनिक ने यह भी बताया कि अमेरिका ताइवान के साथ एक अहम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है और स्विट्जरलैंड के साथ भी एक समझौता जल्द हो सकता है. इससे यह स्पष्ट है कि अमेरिका अपने वैश्विक व्यापार एजेंडे को गति दे रहा है, जबकि भारत के साथ बातचीत अभी संवेदनशील मोड़ पर है.
आपसी रिश्तों की गर्माहट
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हालिया संवादों में आपसी रिश्तों की गर्माहट भी देखने को मिली है. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्रुथ सोशल पर मोदी को प्रिय मित्र कहकर संबोधित किया और जल्द ही उनसे मुलाकात की इच्छा जताई. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के प्रयास जारी हैं और उन्हें सकारात्मक नतीजों की उम्मीद है. मोदी ने भी गर्मजोशी से जवाब देते हुए भारत-अमेरिका को स्वाभाविक साझेदार बताया और द्विपक्षीय सहयोग की असीम संभावनाओं की ओर इशारा किया.
लुटनिक का भारत के खिलाफ सख्त लहजा
लेकिन लुटनिक का रुख़ इस दोस्ताना माहौल से बिल्कुल अलग दिखाई देता है. उन्होंने एक पुराने इंटरव्यू में भारत के खिलाफ सख्त लहजा अपनाते हुए कहा था कि जल्द ही भारत माफी मांगेगा और घरेलू उद्योगों के दबाव में अमेरिका के साथ बातचीत की मेज़ पर लौटेगा.


