भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर अमेरिका की नज़र, बोला- 'बातचीत से हल निकालो'
सीमा पर हालात गर्म हैं, मिसाइल-ड्रोन हमलों का दौर जारी है और अब अमेरिका भी कूद पड़ा है. बातचीत से हल निकालने की सलाह दी गई है... लेकिन असली टकराव की कहानी बहुत बड़ी है. जानिए पूरी खबर में – कौन किस पर भारी, कौन क्या छुपा रहा है और अमेरिका का असली रोल क्या है?

India-Pak Tensions: भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. जहां ज़मीन पर हालात बेहद गंभीर हो गए हैं, वहीं अमेरिका की तरफ से कूटनीतिक पहल तेज़ हो गई है. अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने एस. जयशंकर से बातचीत की. साथ ही, अमेरिका ने भरोसा दिलाया है कि वो विवाद टालने के लिए किसी भी उत्पादक बातचीत को सहयोग देने को तैयार है.
दो रात से चल रही जबरदस्त जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन और मिसाइल हमले बढ़ते ही जा रहे हैं. बीती दो रातों से भारत लगातार जवाबी कार्रवाई कर रहा है. जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 जगहों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, मगर भारतीय सेना ने इसे विफल कर दिया.रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि बराक-8, एस-400 और दूसरे एयर डिफेंस सिस्टम्स ने कई मिसाइलों को उड़ान के दौरान ही सफलतापूर्वक रोक लिया.
भारत का जवाब – पाकिस्तान के 4 बड़े एयरबेस पर हमला
भारतीय सेना ने रावलपिंडी, चकवाल, शोरकोट और एक अज्ञात लोकेशन पर स्थित पाकिस्तान के एयरबेस को निशाना बनाया. जानकारी के मुताबिक, इन हमलों से पाकिस्तान को बड़ा नुकसान हुआ है. इस्लामाबाद, लाहौर और अन्य शहरों में भी धमाकों की खबरें सामने आई हैं.
PoK में आतंकियों के लॉन्च पैड ध्वस्त
भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नीलम घाटी और सियालकोट के इलाकों में ड्रोन हमलों का करारा जवाब दिया. रक्षा सूत्रों के मुताबिक, कई आतंकी लॉन्च पैड और ट्यूब लॉन्च ड्रोन लॉन्च साइट्स को तबाह कर दिया गया है.
अमेरिका की अपील: अब ज़रूरत है बातचीत की
अमेरिकी विदेश मंत्री ने इससे पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से भी बात की थी और संयम बरतने की सलाह दी थी. अमेरिका की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने साफ किया कि अमेरिका इस समय दोनों देशों के बीच सीधा संवाद बहाल कराने की दिशा में काम कर रहा है ताकि हालात और न बिगड़ें.
जब दोनों पड़ोसी देश परमाणु ताकत रखते हों तो टकराव की कोई भी चिंगारी बड़ा विस्फोट बन सकती है. अमेरिका की सलाह यही है कि दोनों देश संयम रखें और युद्ध नहीं, संवाद का रास्ता अपनाएं. अब देखना होगा कि भारत और पाकिस्तान इस सुझाव पर क्या कदम उठाते हैं.