CM केसीआर 29 जनवरी को BRS संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंदेशेखर राव रविवार यानी 29 जनवरी को दोपहर 1 बजे प्रगति भवन में भारत राष्ट्र समिति (BRS) संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंदेशेखर राव रविवार यानी 29 जनवरी को दोपहर 1 बजे प्रगति भवन में भारत राष्ट्र समिति (BRS) संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में सीएम केसीआर के पार्टी सांसदों के संसद में चर्चा के लिए उठाए जाने वाले मुद्दों पर आगामी बजट सत्र की रणनीति के बारें में निर्देश देने की उम्मीद है जो 31 जनवरी से शुरू होगा। केंद्रीय बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर भी सांसदों को निर्देश देंगे।
बीआरएस पार्टी ने सोशल मीडिया के ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि, बीआरएस संसदीय दल की बैठक इसी महीने की 29 तारीख को दोपहर 1 बजे प्रगति भवन में सीएम श्री केसीआर की अध्यक्षता में होगी। पार्टी नेता केसीआर पार्टी सांसदों को संसद में चर्चा किए जाने वाले मुद्दों और संसद की बजट बैठकों की पृष्ठभूमि में अपनाई जाने वाली रणनीति के बारे में निर्देश देंगे।
ఈ నెల 29వ తేదీ మధ్యాహ్నం 1 గంటలకు ప్రగతి భవన్ లో సీఎం శ్రీ కేసీఆర్ అధ్యక్షతన బీఆర్ఎస్ పార్లమెంటరీ పార్టీ సమావేశం జరుగనుంది.
— BRS Party (@BRSparty) January 27, 2023
పార్లమెంటు బడ్జెట్ సమావేశాల నేపథ్యంలో పార్లమెంటులో చర్చించ బోయే అంశాలపై, అనుసరించే వ్యూహంపై పార్టీ అధినేత కేసీఆర్ పార్టీ ఎంపీలకు దిశానిర్దేశం చేయనున్నారు. pic.twitter.com/TXzxOQ5OP8
इससे पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद के बजट सत्र की तारीखों की घोषणा की। यह सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल को समाप्त होगा। उन्होंने घोषणा की अवकाश सहित 66 से अधिक दिनों के लिए 27 बैठक आयोजित की जाएंगी। इस सत्र की शुरूआत संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा की सयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी।
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा हुई जिसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होगी। BRS सांसदों को तेलंगाना के प्रति केंद्र सरकार के भेदभाव और सभी क्षेत्रों में जनविरोधी नीतियों से लड़ने का निर्देश दिया गया था। राज्य सरकार ने नवोन्मेषी और क्रांतिकारी कार्य योजनाओं को अपनाकर कृषि, सिंचाई और संबध्द क्षेत्रों में ख्याति प्राप्ति की है और इससे राज्य देश में धान के अग्रणी उत्पादक के रूप में उभरा है।