Elephant Attack: अंबिकापुर जिले के प्रतापपुर में हाथी ने युवक को कुचला, मौत

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में कल्याणपुर-प्रतापपुर मुख्य मार्ग पर स्थित ग्राम केरता के शक्कर कारखाना के समीप सोमवार की रात जंगली हाथी पहुंच गया। वन विभाग कर्मचारियों को इस बात की भनक तक नहीं लगी

Dheeraj Dwivedi
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छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में कल्याणपुर-प्रतापपुर मुख्य मार्ग पर स्थित ग्राम केरता के शक्कर कारखाना के समीप सोमवार की रात जंगली हाथी पहुंच गया। वन विभाग कर्मचारियों को इस बात की भनक तक नहीं लगी। बता दें कि रात में एक शादी समारोह से लौट रहे पांच युवकों के सामने अचानक हाथी आ गया। किसी तरह जान बचाकर चार युवक भागने में सफल हो गए। लेकिन एक युवक को हाथी ने सूंड से उठाकर जमीन पर पटक कर उसे कुचल दिया।

जिससे युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद काफी देर तक हाथी आसपास ही विचरण करता रहा। भोर में करीब तीन बजे शव को घटनास्थल से बाहर निकाला गया।वहीं इस घटना से ग्रामीणों में डर का माहौल है। बता दें कि जंगली हाथी अभी सिंगरा, धरमपुर क्षेत्र में ही कहीं विचरण कर रहा है। वहीं वन विभाग द्वारा जंगली हाथी की निगरानी करने का दावा लगातार किया जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार ग्राम केरता उरांवपारा निवासी जीतन (30 वर्ष), गांव के ही दोस्तों के साथ ग्राम खेता में चल रहे एक शादी समारोह में शामिल होने गया हुआ था। इसी गांव से लगे पंपापुर में भी एक अन्य शादी समारोह में इन्हें शामिल होना था। वहीं रात करीब 11 बजे शादी समारोह में शामिल होने के बाद सभी केरता से पैदल ही पंपापुर की तरफ जा रहे थे। उसी बीच सड़क से करीब 50 मीटर दूर सभी दोस्त खेत की तरफ गए।

तभी उन्हें अचानक हाथी दिखाई दिया, मुख्य मार्ग के नजदीक पहुंचे हाथी को देखकर पांचों युवक जान बचाकर भागने लगे। चार लोग तो भाग निकलने में कामयाब रहे, लेकिन जीतन को हाथी ने सूंड से उठाकर पटक दिया। इधर घटनास्थल से जान बचाकर भाग निकले युवकों द्वारा ग्रामीणों को घटना की सूचना दी गई, वन विभाग को भी तब तक घटना की जानकारी नहीं थी।

जब युवक काफी देर तक वापस नहीं लौटा तब लोगों को आशंका हुई कि शायद हाथी के हमले से उसकी मौत हो गई होगी। लेकिन मौके पर जाना सुरक्षित नहीं था क्योंकि हाथी भी आसपास ही विचरण कर रहा था। करीब चार घंटे बाद हाथी वहां से आगे निकला, तब जाकर गांव वाले मौके पर पहुंचे तो देखा कि जीतन का शव पड़ा हुआ था। उसी समय वन कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से शव को घटनास्थल से बाहर निकलवाया।

वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग द्वारा हाथियों की निगरानी के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है। बता दें कि वन विभाग यह दावा करता है कि हाथियों पर सतत निगरानी की जा रही है, लेकिन केरता और पंपापुर के बीच प्रतापपुर मुख्य मार्ग के किनारे हाथी आ गया और वन कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।

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28 February 2023, 03:33 PM IST

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