मध्य प्रदेश: सीधी जिले में हुई बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों की जान बचाने के लिए एसपी समेत जवानों ने किया रक्तदान

सीधी जिले में बीती रात हुए बस हादसे के बाद जहां रीवा के संजय गांधी अस्पताल परिसर में डॉक्टरों समेत पुलिस कर्मियों में भागदौड़ मची हुई थी। वहीं सायरन बजाते हुए तेज गति से दौड़ती हुई एंबुलेंस, अस्पताल के परिसर में स्ट्रेचर लेकर दौड़ते हुए अस्पताल कर्मी को देखकर सहज ही यह अंदाजा लगाया जा सकता था कि सड़क हादसा कितना ह्रदय विदारक है

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मध्य प्रदेश के सीधी जिले में बीती रात हुए बस हादसे के बाद जहां रीवा के संजय गांधी अस्पताल परिसर में डॉक्टरों समेत पुलिस कर्मियों में भागदौड़ मची हुई थी। वहीं सायरन बजाते हुए तेज गति से दौड़ती हुई एंबुलेंस, अस्पताल के परिसर में स्ट्रेचर लेकर दौड़ते हुए अस्पताल कर्मी को देखकर सहज ही यह अंदाजा लगाया जा सकता था कि सड़क हादसा कितना ह्रदय विदारक है।

इस दौरान जब सभी वरिष्ठ अधिकारी संजय गांधी अस्पताल में घायलों के उपचार के लिए प्रबंधन कार्य में जुटे हुए थे। बता दें कि उसी बीच रीवा एसपी नवनीत भसीन ने मानवता दिखाते हुए सबसे पहले रक्तदान करना उचित समझा और एसपी नवनीत ने तत्काल ही ब्लड यूनिट वार्ड में पहुंचकर रक्तदान किया।

साथ ही एसपी नवनीत भसीन ने ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों से भी इस बात को कहा कि कई घायल आ रहे हैं और उन्हें रक्त की जरुरत पड़ सकती है। एसपी नवनीत ने कहा कि हमारे द्वारा दिया जाने वाला एक यूनिट रक्त किसी को जीवन दान दे सकता है। एसपी नवनीत भसीन के द्वारा तत्काल ही दान किए गए रक्त के बाद उनके इस कार्य की सोशल मीडिया पर खूब प्रशंसा हो रही है।

बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घायलों से मुलाकात हो जाने के बाद भी पुलिस अधीक्षक रात के समय अस्पताल में ही डटे रहे। इस बीच पुलिस अधीक्षक ने न केवल घायलों के स्वजन को ढांढस बंधाया बल्कि मृतकों के स्वजन को भी सांत्वना देते नजर आए।

अब तक कुल 15 व्यक्तियों की मौत -

मिली जानकारी के मुताबिक श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय के रिसर्च सेंटर संजय गांधी अस्पताल में उपचार के लिए लाए गए घायलों में पांच की मौत हो चुकी है। जिसके कारण अब मृतकों की संख्या 15 तक पहुंच चुकी है, जबकि 39 लोग अभी भी उपचार के लिए भर्ती हैं। जिसमें से 10 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. यतनेश त्रिपाठी ने बताया कि गंभीर रूप से तीन घायलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार उन्हें बेहतर उपचार के लिए एअरलिफ्ट भी कराया जा सकता है।

First Updated : Saturday, 25 February 2023