तेलंगाना के आईटी मंत्री केटीआर का बयान, सिंगरेनी को बचाने के लिए करेंगे आंदोलन

तेलंगाना के आईटी मंत्री केटीआर ने विधानसभा में सिंगरेनी कोयला खदान के निजीकरण के मामले में कहा है कि वह केंद्र सरकार की इस साजिश को सफल नहीं होने देंगे।

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तेलंगाना के आईटी मंत्री केटीआर ने विधानसभा में सिंगरेनी कोयला खदान के निजीकरण के मामले में कहा है कि वह केंद्र सरकार की इस साजिश को सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सिंगरेनी को बचाने के लिए अपनी आवाज उठाएंगे। इसके लिए वह सिंगरेनी कार्यकर्ताओं और सभी राजनीतिक दलों के साथ जुड़ेंगे और आंदोलन शुरू करेंगे। मंत्री केटीआर ने आगे कहा कि “रेत पर 2004 से 2014 तक 39 करोड़ 40 लाख रुपये की इनकम आई है।“ जब तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार थी तब पूरे साल के 4 करोड़ रुपये भी नहीं मिलते थे।

जब से तेलंगाना में बीआरएस पार्टी की सरकार आई है तब से 800 करोड़ रुपये की इनकम हो गई है। आपको बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिंगरेनी कोयला खदानों को लेकर पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि चार कोयला खदानें उन्हें दी जाएं। मंत्री केटीआर ने बताया कि केंद्र सरकार ने इस पत्र के जवाब में कहा है कि “चार कोयला खदानों की नीलामी की जा रही है”। केटीआर ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो हम सिंगरेनी के निजीकरण को लेकर आंदोलन करेंगे।

हम चुप नहीं बैठेंगे और सिंगरेनी को बचाएंगे। केटीआर ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री झूठ का प्रचार कर रहे हैं कि बैयाराम में स्टील के भंडार नहीं हैं। हमने स्टील फैक्ट्री लगाने का विकल्प शुरू किया है। केटीआर ने आगे कहा कि हमने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भी जिंदल और मित्तल के साथ प्रारंभिक चर्चा शुरू की है। केटीआर ने साफ किया कि अगर केंद्र आगे नहीं आता है तो बयाराम स्टील फैक्ट्री या तो निजी क्षेत्र के जरिए या फिर सिंगरेनी के जरिए लगाई जाएगी।

First Updated : Thursday, 09 February 2023