New Labour Law: नए लेबर कानून का क्या होगा असर

1 जुलाई 2022 से लागू होने वाला नया वेतन कोड, कर्मचारियों के काम के घंटे, वेतन पुनर्गठन, पीएफ योगदान, ग्रेच्युटी पहलू, और अर्जित पत्तियों को भुनाने सहित अन्य चीजों को प्रभावित करेगा। बता दे,, अगले महीने आने वाले बड़े बदलावों में से एक मजदूरों की छुट्टियों के नकदीकरण से जुड़ा है।

Janbhawana Times
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1 जुलाई 2022 से लागू होने वाला नया वेतन कोड, कर्मचारियों के काम के घंटे, वेतन पुनर्गठन, पीएफ योगदान, ग्रेच्युटी पहलू, और अर्जित पत्तियों को भुनाने सहित अन्य चीजों को प्रभावित करेगा। बता दे,, अगले महीने आने वाले बड़े बदलावों में से एक मजदूरों की छुट्टियों के नकदीकरण से जुड़ा है। नए वेतन नियम के अनुसार, कर्मचारी वित्तीय वर्ष समाप्त होने का इंतजार किए बिना छुट्टियों का नकदीकरण कर सकेंगे।

नए वेतन कोड के साथ, केंद्र सरकार ने सभी क्षेत्रों में छुट्टी के प्रावधानों को लागू करने का प्रयास किया है। सरकार ने अगले साल कितने पत्ते अग्रेषित किए जा सकते हैं, इससे संबंधित नियमों में बदलाव किया है, जिससे कर्मचारियों को उसी वर्ष अप्रयुक्त पत्तियों के लिए नकदीकरण प्राप्त करने का मौका मिलता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी के पास कैलेंडर वर्ष के अंत में 45 दिनों की छुट्टी है, तो नियोक्ता को 15-दिन के अवकाश नकदीकरण का भुगतान करना होगा।

शेष 30 दिनों की छुट्टी को अगले कैलेंडर वर्ष में आगे बढ़ाया जाएगा। वर्तमान में 23 राज्यों ने इन कानूनों पर नियमों का मसौदा पूर्व-प्रकाशित किया है, केंद्र ने फरवरी 2021 में इन कोडों पर नियमों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया पूरी की थी।

8 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने चार श्रम कोड अधिसूचित किए: मजदूरी पर संहिता, 2019 , औद्योगिक संबंध संहिता, 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम करने की स्थिति संहिता, 2020। चूंकि श्रम कानून एक समवर्ती विषय है, इसलिए केंद्र चाहता है कि राज्य इसे एक साथ लागू करें, जैसा कि पहले बताया गया था।

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26 June 2022, 04:04 PM IST

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