विश्व के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज का काम हुआ शुरू
बहुत जल्द देश में दुनिया का सबसे ऊंचा चिनाब रेलवे ब्रिज बन कर तैयार होने वाला है। मंगलवार 21 फरवरी को इस ब्रिज पर ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो गया है।
भारत सरकार देश के विकास के लिए लगातार कदम उठा रही है। रेलवे, तकनीक, बिजनेस समेत तमाम क्षेत्र में देश आज तरक्की कर रहा है। भारतीय रेलवे भी रेलवे के विकास के लिए नई-नई कदम उठा रहा है। आज रेलवे के क्षेत्र में वंदे भारत एक्सप्रेस, नई टेक्नोलॉजी, व ट्रेनों में आधुनिक सुविधा हो इस पर ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि भारत बहुत जल्द नया इतिहास रचने वाला है। बहुत जल्द देश में दुनिया का सबसे ऊंचा चिनाब रेलवे ब्रिज बन कर तैयार होने वाला है।
मंगलवार 21 फरवरी को इस ब्रिज पर ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो गया है। जिसके बाद यह ब्रिज जम्मू और कश्मीर में दूसरे राज्यों से जोड़ेगा। आपको बता दें कि यह पुल नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। चिनाब ब्रिज बनने के बाद यह कटरा से बनिहाल तक संपर्क स्थापित करेगा। बता दें कि चिनाब रेलवे ब्रिज का काम उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक यूएसबीआरएल का पार्ट है।
रेल मंत्रालय ने किया ट्वीट
Track laying work started on the world’s highest rail arch bridge.
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 21, 2023
#ChenabBridge pic.twitter.com/RuTrj1J1Oc
मंगलवार 21 फरवरी को भारतीय रेलवे ने चिनाब ब्रिज को लेकर ट्वीट किया। मंत्रालय ने ट्वीट में लिखा कि, “यूएसबीआरएल परियोजना में एक और मील का पत्थर! चिनाब ब्रिज पर ट्रैक बिछाने का काम शुरू. एक बार पूरा हो जाने पर, यह पुल जम्मू और कश्मीर के दूरस्थ क्षेत्रों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा।”
एफिल टावर से ऊंचा होगा ब्रिज
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार चिनाब ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज होगा। इसकी लंबाई 1.3 किलोमीटर है। यह ब्रिज पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। पुल के निर्माण के भारत दुनिया में इतिहास रच देगा। आपको बता दें कि इस पुल को बनाने का काम वर्ष 2004 में शुरू हुआ था।
काफी ऊंचाई पर पुल को बनाने की योजना बनाई गई लेकिन क्षेत्र में चलने वाली तेज हवाओं और रेल यात्रियों की सुरक्ष को देखते हुए, इसके निर्माण पर विचार-विमर्श करने के लिए साल 2008-2009 में स्थगित कर दिया था। लेकिन अब ये ब्रिज जब बन जाएगा तब 260 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली हवाओं का सामना करने में सक्षम होगा। बता दें कि चिनाब ब्रिज की कार्य अवधि 120 वर्ष की होगी।
देश का सबसे बड़ा टनल पूरा
चिनाब ब्रिज ट्रैक दूर के इलाकों में निर्माण की जगहों पर पहुंचाने के लिए 20 किलोमीटर की नई सड़क बनानी पड़ी। खबरों के माने तो कटरा-बनिहाल खंड के तहत 163.88 मिलोमीटर में से 162.6 किलोमीटर सुरंगों को बनाने का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा 117.7 किमी में से 31.3 किमी ट्रैक बन गया है। दिसंबर 2022 में देश की सबसे लंबी एस्केप टनल बनकर पूरी हो चुकी है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक जुड़ेगा पुल
चिनाब ब्रिज ट्रैक को इस वर्ष दिसंबर के महीने तक कशमीर से कन्याकुमारी तक रेल के माध्यम से जोड़ा जाएगा। आपको बता दें कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। यूएसबीआरएल अधिकारियों का कहना है कि चिनाब ब्रिज को जम्मू से कश्मीर को जोड़ने का काम हो चुका है। बहुत जल्द बाकी चिनाब रेलवे पुल पर पटरी बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
कश्मीर को होगा फायदा
इस रेलवे लाइन के शुरू हो जाने के बाद कश्मीर में बहुत लाभ मिलेगा। कश्मीर की अर्थव्यवस्था में बदलाव देखने को मिलेगा। लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे व स्थानीय अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। आपको बता दें पुल बनाने का ये प्रोजेक्ट पूरे 20 वर्ष देरी से चल रहा है। कटरा-बनिहाल का 111 किलोमीटर लंबा रेल खंड तैयार हो रहा है। आपको बता दें कि चिनाब रेलवे लाइन का 97.34 किमी का रास्ता सुरंगों से होकर गुजरता है।