शिक्षा मंत्रालय ने नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या हेतु डिजिटल सर्वेक्षण में हिस्सा लेने हेतु आमंत्रित किया
शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तैयार करने हेतु सार्वजनिक परामर्श सर्वेक्षण के माध्यम से जनता के सुझाव आमंत्रित किए हैं।
नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तैयार करने हेतु सार्वजनिक परामर्श सर्वेक्षण के माध्यम से जनता के सुझाव आमंत्रित किए हैं। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नागरिकों से एक नया पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के लिए मंगलवार बनागरिक सर्वेक्षण में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 के अनुरूप एक सशक्त राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में एक प्रमुख भूमिका निभाएगी।
कहा कि एक जीवंत, सशक्त, समावेशी और भविष्यवादी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा का विकास वैश्विक दृष्टिकोण के साथ समन्वित सांस्कृतिक सुदृढ़ता सहित, शिक्षा को औपनिवेशिक प्रभाव से मुक्त करने और हमारी अगली पीढ़ियों में गर्व की गहरी भावना पैदा करने के लिए आवश्यक है। विदित हो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) के अनुसार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा विकसित की जा रही है। जिस हेतु मंत्रालय इन दिनों डिजिटल सर्वेक्षण कर रहा है।
इस सर्वेक्षण में अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों से इस व्यापक सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया के परिणाम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। संबंधित लोग राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के विकास में योगदान देने के हेतु इस डिजिटल सर्वेक्षण में भाग ले सकते हैं। सर्वेक्षण का उद्देश्य आम जनता से विचार और राय एकत्र करना है। जिसमें बच्चों के माता-पिता, शिक्षकों, शिक्षकों, छात्रों और समुदाय को ‘राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के लिए डिजिटल सर्वेक्षण’ में भाग लेने और इस व्यापक सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया की सफलता में योगदान करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
एनईपी 2022 डिजिटल सर्वेक्षण में आप ऐसे भाग ले सकते हैं शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए लिंक यानी ncfsurvey.ncert.gov.in पर जाएं, भाषा का चयन करें और ‘अगला’ पर क्लिक करें। राज्य का चयन करें और अगले पर क्लिक करें, ‘सर्वेक्षण प्रारंभ करें’ पर क्लिक करें। एक नया पृष्ठ दिखाई देगा जो सर्वेक्षण पृष्ठ पर पुनर्निर्देशित किया जाएगा। पाठ्यक्रम से संबंधित 10 प्रश्न उपलब्ध होंगे। सर्वेक्षण सफलतापूर्वक सहेजा जाएगा।
विदित हो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानि (एनईपी) केंद्र सरकार द्वारा 29 जुलाई, 2020 को भारत की शिक्षा प्रणाली को भविष्य की जरूरतों के साथ संरेखित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था तथा इसे भारतीयता में निहित बनाया गया था। पिछले दो वर्षों में, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों में एनईपी 2020 की कई सिफारिशों को पहले ही लागू कर दिया है।