कुमार विश्वास का अनोखा घर, मौसम बदले ही दिखाता है कमाल
Kumar Vishwas: कुमार विश्वास कविता और कथा करके जब वह अपने पलों को जीना चाहते हैं तो वह इसी घर में अपना समय व्यतीत करते हैं.

बेहतरीन और अनोखा घर
कुमार विश्वास को कौन नहीं जानता नामी कवियों में उनका नाम लिया जाता है. आज कल वह राम कथा करके सुर्खियां में बने हुए हैं. कुमार विश्वास को शांति भरा जीवन पसंद है, इसलिए उन्होंने दिल्ली से सटे पिलखुवा में एक बहुत ही बेहतरीन और अनोखा घर बनवाया है. जिसका नाम केवी कुटीर है.

कवि कुमार विश्वास
कुमार विश्वास का ये अनोखा घर बनाने में सीमेंट, रोड़ी, बजरी का प्रयोग नहीं किया गया है. बल्कि इसमें वैदिक प्लास्टर लगाया गया है, जो भीषण गर्मी में एसी की तरह ठंडा रहता है. कवि कुमार विश्वास ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने केवी कुटीर को बनाने में रत्ती भर सीमेंट का इस्तेमाल नहीं करवाया है.

वैदिक प्लास्टर
कवि का घर पीली मिट्टी, रेत, गोबर, तमाम तरह की दालों की चूनी, चूना के साथ लसलसे पेड़ों जैसे- आंवला, लिसोढ़ा, गूलर, शीशम आदि के अवशेष से इसका निर्माण करवाया है. इसे वैदिक प्लास्टर नाम दिया गया है. प्राचीन समय में इसी तरीके से एक शानदार घर बनाए जाते थे.

एंटी-बैक्टीरियल
कुमार विश्वास का कहना है कि उनका घर पूरी तरह एंटी-बैक्टीरियल है. जो गर्मी के दिनों में टेंपरेचर को अपने अंदर समाहित कर लेता है. उनका कहना हैं कि उन्होंने ई.बी. हॉवेल की एक किताब पढ़ी थी, जिसमें इस तरीके के घर का जिक्र किया गया था. उसी समय उनके दिमाग में ये घुस गया था कि ऐसा ही एक घर बनाना है. जिसके बाद उन्होंने एक राज मिस्त्री को सारी चीजों के बारे में बताया और उसी तौर-तरीके से अपने घर को बनवा डाला.

आलीशान केवी कुटीर
कुमार विश्वास के आलीशान केवी कुटीर के अंदर ऑर्गेनिक फल के साथ सब्जियां उगाई जाती हैं. वहीं कवि एक व्लॉग के माध्यम से दिखाते हैं कि गन्ना से लेकर लौकी, तोरई जैसी कई तरह की सब्जियां उगाई जाती हैं. वहीं उनकी घर के सामने एक तालाब मौजूद है. जिसमें बतख पाला गया साथ ही तमाम औषधीय पेड़-पौधे भी लगाए गए हैं.

रिकॉर्डिंग स्टूडियो
इतना ही नहीं केवी कुटीर में एक बड़ी लाइब्रेरी के साथ रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी उपस्थित है. जिसके अंदर कुमार विश्वास अपने वीडियो वगैरह रिकॉर्ड किया करते हैं. कवि अपने तमाम मेहमानों से भी यहीं मुलाकात किया करते हैं.