कौन है वो शख्स जिसने सिडनी में फायरिंग के दौरान आतंकी से छीन ली गन, PM ने भी ठोकी सलामी
सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए यहूदी हॉलिडे इवेंट पर आतंकवादी हमले में आम राहगीर अहमद अल अहमद की बहादुरी ने कई लोगों की जान बचाई. 43 वर्षीय अहमद ने हथियारबंद शूटर से भिड़कर शॉटगन छीन लिया और घायल होने के बावजूद दूसरों को सुरक्षित निकाला.

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर रविवार को हुए यहूदी हॉलिडे इवेंट पर हमले की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. इस भयावह हमले में 11 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि 29 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इसी अफरातफरी के बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसने इंसानियत और साहस की मिसाल पेश कर दी. वायरल वीडियो में एक आम राहगीर को हथियारबंद हमलावर से भिड़ते और उससे बंदूक छीनते देखा गया, जिससे कई लोगों की जान बच पाई.
This video of a civilian in Australia rushing a terrorist and disarming him has already gone viral.
The man is undoubtedly a hero: faced with the “run, hide, fight” triad, his brain chose the third option — there is something deeply primal in such actions.
But the brave man… pic.twitter.com/ceHrPaDhRQ— Yigal Levin (@YigalLevin) December 14, 2025
हीरो बना फल विक्रेता अहमद अल अहमद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वीडियो में नजर आ रहा शख्स 43 वर्षीय अहमद अल अहमद है, जो सिडनी में रहता है और सदरलैंड इलाके में फलों की दुकान चलाता है. अहमद दो बच्चों का पिता है और हमले के वक्त वह केवल वहां से गुजर रहा था. उसे बंदूकों या सुरक्षा से जुड़ा कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं था, लेकिन हालात ने उसे ऐसा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया, जिसने उसे रातों-रात हीरो बना दिया.
गोलीबारी के बीच दिखाई अद्भुत हिम्मत
वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि सफेद शर्ट पहने अहमद गोलियों की आवाजों के बीच कार पार्किंग में एक गाड़ी के पीछे छिपा हुआ था. जैसे ही उसे मौका मिला, वह कारों के बीच से दौड़ते हुए पीछे से शूटर पर झपटा. करीब पांच सेकंड तक दोनों के बीच जबरदस्त हाथापाई हुई. इस दौरान अहमद को गोलियां भी लगीं, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार हमलावर के हाथ से शॉटगन छीनने में कामयाब रहा. हमलावर संतुलन खो बैठा और पीछे की ओर गिर गया.
घायल होने के बावजूद नहीं छोड़ा मोर्चा
बंदूक अपने हाथ में लेने के बाद अहमद ने उसे हमलावर की ओर तान दिया, जिससे बाकी लोगों को भागने का समय मिल गया. सोशल मीडिया पर सामने आए दूसरे वीडियो में अहमद को जमीन पर बैठा देखा गया, जहां कुछ लोग उसके पैर में लगी गोली की चोट का प्राथमिक इलाज कर रहे थे. बताया जा रहा है कि अहमद को दो गोलियां लगी हैं और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी सर्जरी होनी है.
पुलिस की कार्रवाई और हमलावरों का अंत
उसी दौरान दूसरा शूटर पास के ऊंचे पुल पर पुलिस से गोलीबारी करता नजर आया. कुछ ही देर में पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए एक हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया, जबकि दूसरे को घायल अवस्था में हिरासत में ले लिया गया. पुलिस के मुताबिक, यदि अहमद ने साहस न दिखाया होता तो मरने वालों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती थी.
My statement on the Bondi shooting attack. pic.twitter.com/LRAbMpcUEm
— Anthony Albanese (@AlboMP) December 14, 2025
प्रधानमंत्री ने की खुलकर सराहना
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने इस घटना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम नागरिकों की बहादुरी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरों की मदद के लिए खतरे की ओर दौड़े, वे सच्चे ऑस्ट्रेलियाई हीरो हैं. प्रधानमंत्री के अनुसार, ऐसे साहसी कदमों की वजह से कई निर्दोष लोगों की जान बच सकी.
इंसानियत की जीत की कहानी
बॉन्डी बीच की यह घटना केवल आतंक और हिंसा की नहीं, बल्कि इंसानियत, साहस और निस्वार्थता की भी कहानी है. अहमद अल अहमद जैसे आम लोग यह साबित करते हैं कि हीरो बनने के लिए वर्दी या हथियार नहीं, बल्कि मजबूत इरादा और हिम्मत चाहिए. आज पूरा ऑस्ट्रेलिया उस शख्स को सलाम कर रहा है, जिसने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाई.


