Siachen Glacier पर हुई पहली महिला अफसर की तैनाती, भारत की बेटी बनी दुनिया के सबसे ऊंचे और मुश्किल युद्ध क्षेत्र की निगेहबान
Siachen Glacier पर पहली बार किसी महिला अफसर की तैनाती हुई है और वो हैं भारतीय सेना की Fire and Fury Corps की महिला अधिकारी कैप्टन शिवा चौहान...
तेरे माथे पे ये आंचल बहुत ही खूब है लेकिन, तू इस आँचल से एक परचम बना लेती तो अच्छा था...असरार-उल-हक़ मजाज़ का ये शेर तो आपने सुना होगा। भारत की बेटियां कुछ इसी तर्ज पर हर क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। जी हां, बता दें कि भारत की एक बेटी अब दुनिया के सबसे ऊंचे और मुश्किल युद्ध क्षेत्र की प्रहरी बन चुकी है। दरअसल, खबर ये है कि Siachen Glacier पर पहली बार किसी महिला अफसर की तैनाती हुई है और वो हैं भारतीय सेना की Fire and Fury Corps की महिला अधिकारी कैप्टन शिवा चौहान (Shiva Chauhan)।
इस युद्ध क्षेत्र पर भारत-पाक के बीच हो चुके हैं कई युद्ध
गौरतलब है कि 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण इस युद्ध मैदान पर भारत और पाकिस्तान के बीच कई युद्ध हो चुके हैं, जिसमें दोनो देशो के 2500 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं। दरअसल, यहां का तापमान सामान्य से काफी नीचे होता है। ऐसे में विशेष प्रशिक्षित सैनिकों की ही तैनाती की जाती है। मालूम होकि इससे पहले सियाचिन ग्लेशियर पर किसी महिला सैनिक की तैनात नहीं की गई थी। लेकिन अब भारतीय सेना के इतिहास में कैप्टन शिवा चौहान ने नया अध्याय लिखा है। इस बाबत फायर एंड फुरी कॉर्प्स ने ट्वीट कर पहली महिला अफसर की तैनाती की जानकारी दुनिया से साझा की है।
'Breaking the Glass Ceiling'
— @firefurycorps_IA (@firefurycorps) January 3, 2023
Capt Shiva Chauhan of Fire and Fury Sappers became the first woman officer to be operationally deployed in Kumar Post, post completion of arduous training, at the highest battlefield of the world #Siachen.#SuraSoi@PMOIndia @DefenceMinIndia @adgpi pic.twitter.com/nQbmJxvLQ4
3 महीने के कठीन प्रशिक्षण के बाद हुई महिला अफसर की तैनाती
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो 3 महीने के कठीन प्रशिक्षण के बाद सियाचिन ग्लेशियर पर शिवा चौहान की तैनाती की गई है। मालूम होकि सियाचिन का तापमान आमतौर पर शून्य डिग्री से नीचे ही रहता है, जहां इन दिनों का तापमान माइनस 21 डिग्री सेल्सियस से माइनस 32 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच रहा है। जाहिर ऐसी कठीनतम युद्ध क्षेत्र पर किसी महिला अफसर की तैनाती अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय बात है।