भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है उज्जैन: PM MODI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया। बता दे, पीएम मोदी ने दिव्य महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना 'श्री महाकाल लोक' (Mahakal Lok) के पहले चरण का उद्घाटन किया जिसकी लागत 856 करोड़ रुपये है।

Vishal Rana
Vishal Rana

मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया। बता दे, पीएम मोदी ने दिव्य महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना 'श्री महाकाल लोक' (Mahakal Lok) के पहले चरण का उद्घाटन किया जिसकी लागत 856 करोड़ रुपये है।

उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है बल्कि ये भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा: पीएम मोदी

इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है बल्कि ये भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है। जब भारत का भौगोलिक स्वरूप आज से अलग रहा होगा तब से ये माना जाता है कि उज्जैन भारत के केंद्र में हैं। उज्जैन वो नगर है जो हमारी पवित्र सात पुरियों में से एक गिना जाता है, ये वो नगर है जहां स्वयं भगवान कृष्ण ने भी आकर शिक्षा ग्रहण की थी। उज्जैन ने महाराजा विक्रमादित्य का वो प्रताप देखा है जिसने भारत के नए स्वर्णकाल की शुरुआत की थी।

उज्जैन के क्षण-क्षण में इतिहास सिमटा हुआ है: पीएम मोदी

उन्होंने कहा कि, उज्जैन के क्षण-क्षण में इतिहास सिमटा हुआ है, कण-कण में आध्यात्म समाया हुआ है और कोने-कोने में ईश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है। भारत का ये सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व के मार्गदर्शन के लिए तैयार हो रहा है। किसा राष्ट्र का सांस्कृतिक वैभव इतना विशाल तभी होता है जब उसकी सफलता का परचम विश्व पटल पर लहरा रहा होता है। सफलता के शिखर तक पहुँचने के लिए ये जरूरी है कि राष्ट्र अपने सांस्कृतिक उत्कर्ष को छुए, अपनी पहचान के साथ गौरव से सर उठाकर खड़ा हो।

सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं: पीएम मोदी

आगे मोदी ने कहा कि, सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। आजादी के अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंच प्राण का आहृवान किया है। इसलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है। काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है।

और पढ़ें.............

कैसा है महाकाल कॉरिडोर ! जिसके पहले फेज के निर्माण कार्य को 856 करोड़ की लागत से किया गया है पूरा

calender
11 October 2022, 09:08 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो