फर्जी आधार से भारत में घुसपैठ! सरकार ने जारी किया अलर्ट...गृह मंत्रालय बोला – 'अब और बर्दाश्त नहीं' हर कार्ड की होगी कड़ी जांच
देश में फर्जी आधार कार्ड के सहारे घुसे विदेशी नागरिकों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. अब हर कार्ड की होगी कड़ी जांच और मोबाइल ऐप से होगी फर्जी पहचान की पड़ताल. क्या आप जानते हैं कि आपकी पहचान असली है या नकली? जानिए पूरी खबर में, सरकार की बड़ी तैयारी और नया प्लान!

Fake Aadhaar Infiltration: देश में फर्जी आधार कार्ड के ज़रिए बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक घुसपैठ कर चुके हैं. ये लोग न सिर्फ देश में अवैध तरीके से रह रहे हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का फायदा भी उठा रहे हैं. अब ये मामला इतना गंभीर हो चुका है कि केंद्र सरकार के गृह और विदेश मंत्रालय दोनों ने इस पर अलर्ट जारी किया है. साथ ही राज्य सरकारों को खास निर्देश दिए गए हैं कि वो फर्जी पहचान वाले लोगों की पहचान कर तुरंत कार्रवाई करें.
बिहार में शुरू हुई सख्ती
बिहार सरकार ने इस अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी को आदेश जारी किया है कि वे आधार कार्ड का ऑफलाइन सत्यापन कराएं. मतलब, अब सिर्फ आधार कार्ड दिखा देने से काम नहीं चलेगा – हर कार्ड को स्कैन कर उसकी असली पहचान जांची जाएगी. इसके लिए एक तय प्रक्रिया यानी SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) भी जारी की गई है.
UIDAI की नई तकनीक - mAadhaar ऐप
फर्जी आधार की पहचान करने के लिए UIDAI ने एक नया मोबाइल ऐप बनाया है – mAadhaar. इस ऐप की मदद से आधार कार्ड पर छपा QR कोड स्कैन किया जाएगा. स्कैन करते ही कार्डधारक का नाम, पता, और फोटो ऐप में दिखने लगेगा. इससे तुरंत ये पता चल जाएगा कि आधार असली है या नकली. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस ऐप को अपने मोबाइल में रखना अनिवार्य कर दिया गया है, खासकर सीमा से जुड़े जिलों में.
रैकेट का पर्दाफाश और गंभीर साजिश
सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, ये सिर्फ फर्जी कार्ड बनाने का मामला नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा संगठित रैकेट काम कर रहा है. ये रैकेट न सिर्फ अवैध घुसपैठ करवा रहा है बल्कि कई मामलों में सीमा पार के अपराधियों से भी जुड़ा हुआ है. ऐसे लोग भारत में आकर आधार के सहारे पैन कार्ड, वोटर ID जैसे अन्य दस्तावेज बनवा लेते हैं और फिर यहां की योजनाओं का फायदा उठाते हैं.
क्यों है ये खतरा गंभीर?
अगर ऐसे फर्जी पहचान वाले लोग देश में रहेंगे, तो ये सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं. ये लोग देश विरोधी गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं. इसलिए सरकार चाहती है कि इनकी पहचान तुरंत हो और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
क्या करना होगा आम लोगों को?
अगर आपको किसी संदिग्ध व्यक्ति पर शक हो, जिसके पास आधार है लेकिन पहचान मेल नहीं खाती – तो स्थानीय प्रशासन या पुलिस को तुरंत जानकारी दें. अब सरकार का मकसद है – देश में एक भी फर्जी नागरिक न रह पाए. फर्जी आधार कार्ड से देश की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो चुका है. लेकिन सरकार और प्रशासन अब पूरी तरह सतर्क है. UIDAI की तकनीक और राज्य सरकारों की सख्ती से जल्द ही इन घुसपैठियों का सफाया होगा.