खालिस्तानी आतंकवादियों से लेकर व्यापारिक भगोड़ों तक, प्रत्यर्पण की लिस्ट

तहव्वुर हुसैन राणा के साथ-साथ भारत कई अन्य अपराधियों को प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रहा है, इनमें खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला, लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई, शराब कारोबारी विजय माल्या, हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का नाम शामिल हैं. इसके अलावा संजय भंडारी को भी भारत लाने की तैयारी है. संजय भंडारी के खिलाफ कर चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर भी दुबई में 2023 में गिरफ्तार होने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत प्रत्यर्पित किए जाने के लिए जूझ रहे हैं

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

तहव्वुर हुसैन राणा को 2008 के मुंबई आतंकवादी दोषी ठहराया गया था. उसे शनिवार को बड़ा झटका लगा है. तहव्वुर राणा ने अमेरिका में अपने प्रत्यर्पण से बचने के लिए अंतिम कानूनी विकल्प भी खो दिया है. अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा की अपील को खारिज करते हुए भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी. इस फैसले मुंबई हमले के गुनहगार को सजा दिलवाने का रास्ता साफ हो गया है. भारत अब जल्द ही आगे की कार्रवाई शुरू करेगा.

इसके अलावा भारत अन्य कई अपराधियों को वापस लाने का प्रयास कर रहा है. ये सभी भारत में कानून से बचने के लिए फरार हो गए हैं. कोई ब्रिटेन में शरण लेकर रह रहा है, तो कोई किसी अन्य देश में है. पिछले महीने सरकार ने बताया था कि इन सभी फरार अपराधियों में से एक तिहाई अमेरिका में छिपे हुए हैं, जिसे अब अपराधियों और आतंकवादियों के लिए सबसे सुरक्षित देश माना जा रहा है. 

कौन है तहव्वुर हुसैन राणा?

तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है. मुंबई में 26/11 हमलों के लिए वह भारत में वॉंडेट है. इस हमले में छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोगों की जान चली गई थी. राणा, पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली का सहयोगी था जो 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है. वह पाकिस्तान सेना में डॉक्टर भी रहा है. 2008 के हमलों के बारे में उसे पहले से सूचना थी. उसे डेनमार्क में एक आतंकवादी साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.  राणा वर्तमान में लॉस एंजिल्स में मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में हिरासत में है.

अर्श डल्ला 

खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख और खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप सिंह गिल और अर्श डल्ला भारत में वॉंटेड की लिस्ट में शामिल है. वह इन दिनों कनाडा में है. अर्श डल्ला भारत में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और आतंकवादी हमलों के 50 से अधिक मामलों में वांछित है. सूत्रों का कहना है कि वह पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी आईएसआई के संपर्क में रहा है, डल्ला को पिछले अक्टूबर में एक हमले में घायल होने के बाद गिरफ्तार किया गया था. भारत उसे प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसे दिसंबर में जमानत मिल गई. 

अनमोल बिश्नोई

अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है, जो गुजरात की जेल से खूंखार बिश्नोई गिरोह चलाता है. वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला और राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्याओं सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों में भारत में वांछित है. अनमोल को पिछले नवंबर में अमेरिका में बिना वैध दस्तावेजों के देश में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार किया गया था. खुफिया सूत्रों ने संकेत दिया था कि दिल्ली से हिरासत के अनुरोध के बावजूद उसे इतनी जल्दी प्रत्यर्पित किए जाने की कोई संभावना नहीं है.

विजय माल्या
शराब कारोबारी विजय माल्या 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक लोन मामले वांछित हैं, वह 2016 में भारत छोड़कर चले गए और फिलहाल में ब्रिटेन में हैं. अपनी अब बंद हो चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के पतन के बाद धोखाधड़ी के लिए वह भारत में वांछित हैं. उन्हें 2019 में भगोड़ा घोषित किया गया था. भारत माल्या की हिरासत के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ रहा है, जिसके जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है. सीबीआई अदालत ने पिछले साल 180 करोड़ रुपये के एक अलग ऋण चूक मामले में उनके खिलाफ एक नया गैर-जमानती वारंट जारी किया था

नीरव मोदी और मेहुल चौकसी

हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी 14,000 करोड़ रुपये के पीएनबी लोन धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी हैं. इन दोनों पर बैंक अधिकारियों के साथ कथित सांठगांठ को लेकर जांच की जा रही है, जिन्होंने धोखाधड़ी में उनकी मदद की थी. नीरव मोदी 2018 में देश छोड़कर भाग गया था और उसी साल उसे लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया था. अब वह ब्रिटेन की जेल में बंद है और अब तक भारत में प्रत्यर्पण के खिलाफ उसकी सभी याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं. मेहुल चोकसी अब एंटीगुआ में है.

"घर में नजरबंद" रखा गया

इसके अलावा, कई अन्य अपराधियों की सूची है जिन्हें भारत वापस लाने की कोशिश कर रहा है. इस सूची में हथियार सौदा सलाहकार संजय भंडारी भी शामिल है, जो ब्रिटेन में है और उस पर कर चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं.महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर को भी 2023 में दुबई में गिरफ्तारी के बाद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ रहा है. तब यह बताया गया था कि भारतीय एजेंसियों द्वारा उनके निर्वासन को सुरक्षित करने के प्रयासों के बीच उन्हें "घर में नजरबंद" रखा गया है.

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25 January 2025, 01:53 PM IST

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