'अहंकार और पाकिस्तान से पैसों के लालच में बिगड़े भारत से रिश्ते', पूर्व अमेरिकी राजदूत ने ट्रंप पर बोला हमला
Rahm Emanuel India US relations: पूर्व अमेरिकी राजदूत रहम इमैनुएल ने आरोप लगाया कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने अहंकार और पाकिस्तान से मिले पैसों के लालच में भारत-अमेरिका की 40 साल पुरानी रणनीतिक साझेदारी को नुकसान पहुंचाया. इस कूटनीतिक चूक का फायदा चीन ने उठाया, जिससे अमेरिका की इंडो-पैसिफिक रणनीति को झटका लगा.

Rahm Emanuel India US relations: अमेरिका के पूर्व जापानी राजदूत और ओबामा प्रशासन में प्रमुख पद संभाल चुके रहम इमैनुएल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भारत के साथ दशकों पुराने रणनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है. इमैनुएल का कहना है कि ट्रंप ने अपने "अहंकार" और "पाकिस्तान से मिले पैसों के लालच" में भारत के साथ अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को नजरअंदाज किया, जिससे न सिर्फ अमेरिका की वैश्विक छवि धूमिल हुई बल्कि चीन को भी क्षेत्रीय प्रभाव बढ़ाने का अवसर मिल गया.
व्यक्तिगत स्वार्थ बना संबंधों में बाधा
रहम इमैनुएल ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रंप ने अमेरिका-भारत संबंधों को अपने निजी हितों की बलि चढ़ा दी. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने भारत के साथ बनी मजबूत रणनीतिक साझेदारी को कुछ पैसों और अपने बेटे के लिए मिले व्यक्तिगत लाभ के चलते दांव पर लगा दिया. उनका दावा है कि पाकिस्तान से ट्रंप के बेटे और एक कारोबारी विटकॉफ के बेटे को पैसे मिले थे, जिससे यह साफ होता है कि यह कदम सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत लाभ से प्रेरित था.
चीन को मिला फायदा
इमैनुएल ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस स्थिति का सबसे बड़ा लाभार्थी चीन रहा. भारत और अमेरिका के बीच विश्वास में आई दरार ने चीन को एशिया में अपनी पकड़ मजबूत करने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि हमारी 40 साल की रणनीतिक सोच को ट्रंप प्रशासन की निजी राजनीति ने बर्बाद कर दिया. चीन ने अमेरिका की इस कूटनीतिक चूक का पूरा फायदा उठाया.
इंडो-पैसिफिक रणनीति को झटका
रहम इमैनुएल ने कहा कि यह घटनाक्रम अमेरिका की इंडो-पैसिफिक रणनीति के लिए गंभीर झटका है. भारत इस क्षेत्र में अमेरिका का प्रमुख सहयोगी रहा है, लेकिन ट्रंप की नीतियों के चलते भारत की विश्वसनीयता पर भी असर पड़ा है. इससे अमेरिकी विदेश नीति को दीर्घकालिक नुकसान हो सकता है.
अमेरिकी राजनीति में हलचल
इमैनुएल का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका में आगामी चुनावों की सरगर्मी तेज़ हो चुकी है. उनका यह आरोप कि ट्रंप प्रशासन ने निजी हितों के लिए भारत जैसे मजबूत साझेदार को दरकिनार कर दिया, अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है.
कौन हैं इमैनुएल?
गौरतलब है कि रहम इमैनुएल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं और शिकागो के मेयर के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. जापान में राजदूत रहते हुए उन्होंने भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूती देने में भी अहम भूमिका निभाई थी.


