पाकिस्तान में आतंकवादी याकूब मुगल के अंतिम संस्कार में अदा की गई नमाज
पाकिस्तान में बिलाल आतंकी कैंप के मुखिया आतंकवादी याकूब मुगल के अंतिम संस्कार में नमाज अदा की गई है. इस दौरान पाकिस्तान ISI और पाकिस्तान पुलिस मौजूद रही.

Operation Sindoor: भारत द्वारा की गई "ऑपरेशन सिंदूर" एयरस्ट्राइक के बाद एक और बड़ा खुलासा सामने आया है, जिसने पाकिस्तान के आतंकवाद से रिश्तों को फिर से बेनकाब कर दिया है. इस्लामिक आतंकी संगठन बिलाल टेरर ग्रुप के प्रमुख याकूब मुगल की मौत के बाद जो दृश्य देखने को मिला, वह चौंकाने वाला था.
भारत की एयरस्ट्राइक में ढेर हुआ आतंकी सरगना
भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान स्थित "बिलाल टेरर कैंप" को निशाना बनाया गया था. इस कैंप में करीब 25-30 आतंकवादी मौजूद थे, जिनमें से अधिकतर मारे गए. इस ऑपरेशन में सबसे बड़ा नाम था आतंकवादी याकूब मुगल का, जो इस पूरे कैंप का प्रमुख था.
चौंकाने वाली तस्वीरें और जनाजे की हकीकत
एयरस्ट्राइक में मारे गए याकूब मुगल के जनाजे की नमाज पाकिस्तान में अदा की गई. लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि इस जनाजे में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तान पुलिस के कई अधिकारी मौजूद थे.
पाकिस्तान के बिलाल टेरर कैंप के मुखिया आतंकी याकूब मुगल के दफीने
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) May 7, 2025
में मौजूद पाकिस्तान ISI और पाकिस्तान पुलिस के अधिकारी pic.twitter.com/7ZCDRCa2rT
इस दृश्य ने पाकिस्तान और आतंकवाद के रिश्ते को एक बार फिर दुनिया के सामने नंगा कर दिया है. एक आतंकी का अंतिम संस्कार सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में होना ये दिखाता है कि पाकिस्तान न सिर्फ आतंकियों को पाल रहा है, बल्कि उन्हें सम्मान भी दे रहा है.
कब्र पर झुकी पाकिस्तान सरकार
याकूब मुगल की कब्र पर पाक अधिकारियों का झुकना सीधे तौर पर ये बताता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का पालक है, ना कि पीड़ित जैसा वह दिखाने की कोशिश करता है. भारत ने जहां आतंक के अड्डों को खत्म किया, वहीं पाकिस्तान ने एक आतंकी के जनाजे को 'राजकीय सम्मान' जैसा बना दिया.
जनता और अंतरराष्ट्रीय मंच पर सवाल
इस घटना ने भारत सहित पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या पाकिस्तान को अब भी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने वाला देश माना जा सकता है?
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकवादियों के अड्डों को खत्म किया, बल्कि पाकिस्तान के चेहरे से नकाब भी हटा दिया. ISI और पुलिस की मौजूदगी ने यह साबित कर दिया कि आतंकवाद का असली आका कौन है. अब ज़रूरत है कि पूरी दुनिया इस सच्चाई को स्वीकार करे और पाकिस्तान पर सख्त कदम उठाए.