डोनाल्‍ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि उन्हें ऑफिस छोड़ने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को रखने के मामले में आरोपी बनाया गया है. ये ट्रंप के लिए सबसे गंभीर कानूनी खतरा है. अमेरिकी न्याय विभाग ने फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की है. आपको बता दें कि ट्रंप एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल हैं.

अगस्त 2022 में एफबीआई ने सर्च वारंट के साथ डोनाल्‍ड ट्रम्प के फ्लोरिडा स्थित घर पर छापेमारी की थी. इस दौरान एफबीआई को गोपनीय दस्‍तावेज मिले थे. छापे की शुरुआत उन रिकॉर्डों की समीक्षा से हुई, जिन्हें ट्रम्प ने जनवरी 2022 में अधिकारियों को सौंपे थे. न्याय विभाग ने 15 बक्सों में गोपनीय, गुप्त या शीर्ष रहस्य के रूप में चिह्नित 184 दस्तावेजों सहित राष्ट्रीय रक्षा जानकारी पाए जाने के बाद जांच शुरू की. यह अभी तक स्पष्ट नहीं था कि इस मामले में क्‍या आरोप लग सकते थे.

अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड की ओर से नामित विशेष वकील जैक स्मिथ गोपनीय दस्तावेजों से जुड़े मामले की जांच कर रहे थे जिन्हें ट्रंप ने वाइट हाउस छोड़ने के बाद अपने मार-ए-लागो घर में रखा था. ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने बताया है कि उन्हें मंगलवार को दोपहर 3 बजे मियामी में फेडरल कोर्टहाउस में पेश होने के लिए बुलाया गया था. डोनाल्‍ड ट्रंप ने एक वीडियो में कहा, "मैंने इसकी कभी कल्‍पना नहीं की थी कि अमेरिका में एक लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसा कुछ हो सकता है.भ्रष्ट बाइडेन प्रशासन ने मेरे वकीलों को बताया है कि मुझ पर अभियोग लगाया गया है. इसे अमेरिका के इतिहास में काले दिन के रूप में देखा जा सकता है.

हम एक देश के रूप में तेजी से नीचे जा रहे हैं, लेकिन हम मिलकर एक बार फिर अमेरिका को महान बनाएंगे." उन्‍होंने कहा, "मैंने कोई अपराध नहीं किया है. मैं बेकसूर हूं. पिछले लगभग ढाई साल से इस मामले में जांच चल रही है, लेकिन कुछ सामने नहीं आया है. अगले कुछ सालों तक भी जांच होने पर इसमें कुछ सामने नहीं आएगा. ये सब प्रायोजित है, मैं अनजाने में दस्‍तावेजों को ले गया था. दरअसल, उन्‍हें पता है कि आगामी राष्‍ट्रपति चुनाव में मैं आगे चल रहा हूं. मैं विपक्षी को हरा सकता हूं. इसलिए ये सब किया जा रहा है." बताया जा रहा है कि गोपनीय दस्तावेजों की जांच के सिलसिले में डोनाल्ड ट्रंप पर कई आरोप लगाए गए हैं.