गाजा जंगबंदी का प्रस्ताव क्या है जो हमास को कबूल है और इजरायल को नहीं

Israel Hamas: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को रोकने की तमाम कोशिशें हो रही हैं. जंगबंदी के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया है. जानिए क्या है उस प्रस्ताव में.

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Israel-Hamas: हमास ने सोमवार को कहा कि उसने मिस्र और कतर के तीन चरण की जंगबंदी को कुबूल कर लिया है, जिसमें अस्थायी जंगबंदी और इज़राइल में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को वापस करने की बात भी शामिल है. हालांकि इसपर इजरायल ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन नाम ना छापने की शर्त पर एक इज़राइली अफसर ने बताया कि हमास ने समझौते की शर्तों के पर सहमति जाहिर की है लेकिन इजराइल इसे स्वीकार नहीं कर सकता. अधिकारी ने यह भी कहा कि हमास का इरादा यह दिखाना है कि वह इस समझौते को कबूल करता है लेकिन इजराइल को नहीं. 

जिस प्रस्ताव पर हमास ने रजामंदी जाहिर की वो तीन चरणों पर आधारित है. 

पहला चरण: 

42 दिन की जंगबंदी:
हमास जीवित और मृत दोनों तरह के 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा. बदले में, इज़राइल भी हर एक बंधक के लिए 30 फ़िलिस्तीनी बच्चों और महिलाओं को रिहा करेगा. हमास फ़िलिस्तीनी कैदियों की एक लिस्ट मुहैया कराएगा. यह रिहाई कारावास की तारीख पर आधारित होगी. सबसे पहले कैद होने वाला व्यक्ति पहले रिहा होगा.

जंगबंदी के पहले दिन से इंसानी मदद, आपूर्ति और ईंधन की बड़े पैमाने पर डिलीवरी शुरू हो जाएगी. हर दिन 600 ट्रक गाजा में दाखिल होंगे, जिनमें से 50 ईंधन ट्रक होंगे. 600 ट्रकों में से 300 उत्तरी गाजा के लिए होंगे. इसमें बिजली संचालन, मलबा हटाने वाले उपकरणों के लिए ईंधन मुहैयान कराना शामिल है. गाजा पट्टी में अस्पतालों और सभी बेकरियों के फिर से शुरू करने के लिए ईंधन उपलब्ध कराया जाएगा और यह समझौते के सभी चरणों के दौरान जारी रहेगा.

हमास समझौता शुरू होने के तीसरे दिन तीन बंधकों को रिहा करेगा और उसके बाद हर सातवें दिन तीन बंधकों को रिहा करेगा, जिसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी.

छठे हफ्ते में, हमास इस चरण के मुताबिक सभी बाकी नागरिकों को रिहा कर देगा और बदले में इज़राइल समझौते में के मुताबिक अपनी जेलों से कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. इन कैदियों की लिस्ट हमास की तरफ मुहैया कराई जाएगी.

इस चरण में, इज़राइल आंशिक रूप से गाजा से अपनी फौज वापस ले लेगा और फिलिस्तीनियों को दक्षिणी से उत्तरी गाजा तक आवाजाही की इजाज़त देगा. गाजा पट्टी पर सैन्य विमानों की उड़ानें हर दिन 10 घंटे के लिए निलंबित कर दी जाएंगी और जिस दिन बंधकों/कैदियों को रिहा किया जाएगा, तब फौजी उड़ानों में 12 घंटे की देरी होगी. फिलिस्तीनी कैदियों के पहले समूह की रिहाई के तीसरे दिन, इजरायली फौज उत्तरी गाजा में अल-रशीद स्ट्रीट को पूरी तरह से खाली कर देगी और फौजी चौकियों को तबाह कर दिया जाएगा.

दूसरा चरण:

समझौते की एक और 42 दिन की अवधि गाजा में शांति बहाल करने के लिए है. इसमें हमास और इजराइल के अफसर एक साथ बैठकर लंबे समय तक जंगबंदी पर चर्चा करेंगे. दूसरे चरण में गाजा से ज्यादातर इजरायली फोर्सेज़ की पूरी वापसी होगी.फ़िलिस्तीनी कैदियों को जेल से रिहा करने के बदले में हमास इज़रायली आरक्षित सैनिकों और कुछ सैनिकों को रिहा करेगा.

तीसरा चरण:

तीसरे चरण में लाशों का आदान-प्रदान पूरा हो जाएगा. कतर, मिस्र और अमेरिका की देखरेख में पुनर्निर्माण कार्य शुरू होगा. साथ ही गाजा की संपूर्ण नाकेबंदी खत्म हो जाएगी.

मिस्र, कतर और अमेरिका समेत कई देशों व संगठनों की देखरेख में, गाजा पट्टी में तीन से पांच साल की पुनर्निर्माण परियोजना पर काम शुरू होगा, जिसमें आवास, शहरी सुविधाओं और बुनियादी ढांचे का निर्माण और मरम्मत शामिल है. सभी पीड़ितों को मुआवजा भी दिया जाएगा.

First Updated : Wednesday, 08 May 2024
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